अकाल तख्त जत्थेदार ने एसजीपीसी सदस्य सरवन सिंह कुलार की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया
सिख धर्म की सर्वोच्च पीठ अकाल तख्त के ज्ञानी रघबीर सिंह जत्थेदार ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के सदस्य श्री सरवन सिंह कुलार की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है और कहा है कि यह सिख पंथ के लिए बड़ी क्षति है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए वाहेगुरु से प्रार्थना की।
इस बीच एसजीपीसी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने सरवन सिंह कुलार के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है और कहा है कि सरवन सिंह कुलार खालसा पंथ के एक समर्पित व्यक्तित्व थे, जो हमेशा पंथ की चिंताओं के बारे में बात करते थे। उन्होंने शिरोमणि समिति के प्रशासनिक कार्यों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और संगठन की प्रगति के लिए हमेशा मार्गदर्शन दिया।
सरवन सिंह कुलार का अंतिम संस्कार कल 28 सितंबर को दोपहर 3 बजे फगवाड़ा-होशियारपुर रोड पर स्थित उनके पैतृक गांव कुलार में किया जाएगा।
शिरोमणि समिति कार्यालय और शैक्षणिक संस्थान शोक के संकेत के रूप में बंद रखे गए। सरवन सिंह कुलार की याद में एसजीपीसी की शोक सभा हुई और दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी गई।
इस अवसर पर मूल मंत्र व गुरु मंत्र का जाप कर पूजा-अर्चना की गयी. शोक सभा में पहुंचे शिरोमणि कमेटी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कही। उन्होंने सरवन सिंह कुलार की पंथक सेवाओं को याद करते हुए उनके निधन को एक बड़ी पंथक क्षति बताया।
उन्होंने कहा कि कुलार एकांतप्रिय स्वभाव के ईमानदार व्यक्ति थे, जिनके निधन से संस्था व परिवार को बड़ी क्षति हुई है।