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बुजुर्ग को कालिख पोत कर घुमाने वाले दबंग अपराधियों को गोलहरा पुलिस ने १२ घंटे के भीतर ही गिरफतार कर भेज दिया जेल। गोलहरा पुलिस की हो रही है सराहना।
बुजुर्ग को कालिख लगा कर घुमाते दबंगों को गोलहरा पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा। रामानंद भार्गव - ख्वाजा एक्सप्रेस दैनिक समाचार पत्र पोर्टल यूट्यूब चैनल - गोलहरा , बांसी, सिद्धार्थनगर । गोल्हौरा,बासी,सिद्धार्थनगर।* जिले के गोल्हौरा थाना क्षेत्र के तिघरा गांव में एक बेहद अमानवीय घटना घटी। दबंगों ने गांव के एक बुजुर्ग के चेहरे पर कालिख पोत कर उसे सरेआम गांव में घुमाया गया। उसे गालियां देते हुए उसे थूक चाटने पर मजबूर किया गया। लेकिन हैरत की बात है कि घटना के सार्वजनिक होने पर जब पुलिस ने मामले की छानबीन की तो उस बुजुर्ग ने इसे मजाक बता कर मामले को टाल दिया। अब चर्चा इस बात की है कि आखिर वे कौन से हालात थे जिनसे डर कर इतनी अपमान जनक घटना को बुजर्ग ने मजाक बता कर टाला तथा किसी कार्रवाई से इंकार कर दिया? हालांकि घटना का पूरा विडियो सोशल मीडिया पर वायरल होकर चर्चा का विषय बना हुआ है। 75 साल के बजुर्ग के साथ यों हुई हैवानिया बताते है कि क्षेत्र के तिघरा घाट गांव में एक वृद्ध को बांधकर उसके मुंह पर कालिख पोतकर व जूते, चप्पल की माला पहनाकर घुमाए जाने का मामला सोशल मीडिया के जरिए प्रकाश में आया है। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि लगभग 75 वर्षीय के चेहरे पर कालिख पुता हुआ है। गले में चप्पलों की माला पड़ी हुई है। भीड़ के बीच एक युवक अपशब्द कहते हुए उस बुजुर्ग को थूक कर चटाने की बात कर रहा है। एक युवक उसके बधे हाथ का मफलर पकड़ कर उसें घसीट रहा है। इसी बीच राहगीर भी फोटो और वीडियो बना रहे हैं। साथ ही व्यंग्यवाणों से मजे ले रहे हैं। विडियो दो तीन दिन पुराना बताया जा रहा है। क्या डर के कारण घटना को मजाक बता रहा? आखिर एक बुजुर्ग के साथ इतना अमानवीय सलूक क्यों किया गया, इसका कोई पता नहीं चल पा रहा है। मगर तिघरा गांव व उसके इर्द-गिर्द इस प्रकार की चर्चाएं हैं कि सम्भवतः पीडित बुजुर्ग का सम्बंध किसी महिला से जोड़ कर देखा जा रहा है। लेकिन इसके सत्यता की पुष्टि किसी ने भी न की। सम्भवतः पूरे मामले में खुन्नस की बजह कुछ दूसरी ही है। लेकिन घटना कुछ भी हो यह काम किसी हैवानियत से कम नहीं है। हमारा कानून किसी को इसकी इजाजत भी नहीं देता। बुजुर्ग ने भी जिस प्रकार घटना को मजाक बता कर उसे तूल देने से बचने की कोशिश की है, उससे लगता है कि वह किसी बड़े दबाव या डर वश से ऐसा कर रहा है। वरना इतने अपमान के बाद वह घटना को मजाक की संज्ञा कतई न देता। बता दें कि वह गांव प्रभावशाली लोगों का है और पीड़ित गरीब और कमजोर तबके का है। गोल्हौरा पुलिस ने क्या कहा इस संबंध में थानाध्यक्ष गोल्हौरा अजय नाथ कन्नौजिया ने कहा कि मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली गई है। इस मामले में चार आरोपियों को बारह घंटे के भीतर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
