जैसलमेर: पाकिस्तान से लगती सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवान होली का त्योहार जमकर मना रहे हैं. ये जवान होली की मस्ती में इतने डूबे नजर आ रहे थे कि हजारों किलोमीटर दूर बैठकर भी इन्हें अपने परिवार की याद को भी भुला दिया. किसी राज्य जाति या धर्म से ऊपर उठकर विभिन्न राज्यों के यह जवान होली के हुडदंग में ऐसा धमाल मचा रहे हैं कि मानो उन्हें सारी खुशियां आज ही मिल गयी हो. चेहरे पर कोई तनाव नहीं कोई दुख नहीं है तो सिर्फ मस्ती.
जैसलमेर में भारत-पाक की सीमा होली के विभिन रंगों से सरोबर हुई नजर आ रही है. बीएसएफ के जवान खूब हंसी ठिठोली करते हुए इस त्योहार को एंजॉय कर रहे हैं. होली की मस्ती में बीएसएफ के अधिकारी भी छोटे बड़े के भेदभाव को भूलकर भिन्न-भिन्न राज्यों के साथ आये इन जवानों के साथ होली के त्यौहार का भरपूर लुत्फ उठा रहे थे.
जवानों की होली: देश के हर कोने कोने से देश की पश्चिमी सरहद पर तैनात अलग अलग जाति व धर्म के सीमा प्रहरियों ने सांप्रदायिक एवं सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश कर एक दूसरे को रंग गुलाल व अबीर लगाकर आपस में होली खेली तथा एक-दूसरे से गले मिलकर होली की मुबारकबाद दी. होली के इस पाव मौके पर अधिकारियों ने भी जवानों को अपने हाथों से न केवल रंग लगाया साथ ही उन्हें मिठाईयां भी खिलाई.
होली के रंग में रंगे जवान: बीएसएफ के डीआईजी योगेंद्र सिंह राठौड़ भी इस होली सेलिब्रेशन कार्यक्रम का हिस्सा बने और जवानों को उनके परिवार के संरक्षक के रूप में होली के महापर्व पर मिठाईयां खिलाकर होली की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि बीएसएफ के जांबाज जवान जितनी मुस्तैदी के साथ देश की सीमाओ की रक्षा कर रहे है उतने ही उत्साह और उमंग के साथ होली का पर्व भी मना रहे है. उन्होंने बताया कि साल के 12 महीने में से 9 से 10 महीने जवान बॉर्डर पर परिवार से दूर रहता है लेकिन सारे त्योहार इतने ही धूमधाम से मनाते है. डीआईजी ने कहा कि देश ही हमारा परिवार है और वर्दी ही हमारी जाति. तमाम देश के कोने से आए जवान बीएसएफ में मिनी भारत के रूप सभी त्योहार हर्षोल्लास से मनाते हैं.