रबी विपणन सीजन (आरएमएस) 2024-25 पंजाब में शुरू हो गया है और यह 31 मई, 2024 तक चलेगा। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के सचिव विकास गर्ग ने यह जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में कुल 1908 नियमित खरीद केंद्रों को मंडी यार्ड घोषित किया गया है और सभी खरीद एजेंसियों के बीच खरीद केंद्रों का आवंटन किया गया है।
निर्बाध खरीद कार्य सुनिश्चित करने के लिए अस्थायी खरीद केंद्र भी खोले जा रहे हैं। राज्य की खरीद एजेंसियों को गेहूं का उचित हिस्सा (115.50 लाख मीट्रिक टन) खरीदने के उद्देश्य से 30,776 करोड़ रुपये की कैश क्रेडिट लिमिट (सीसीएल) की जरूरत थी।
इस संबंध में अप्रैल में गेहूं खरीद के लिए 27077.91 करोड़ रुपये प्राप्त हो चुके हैं जबकि शेष सीसीएल मई 2024 में प्राप्त होगी।
गेहूं की भराई के लिए राज्य की खरीद एजेंसियों को 4.62 जूट गांठों की आवश्यकता है, जिसमें से एजेंसियों को 31 मार्च, 2024 तक 3.51 लाख जूट गांठें उपलब्ध हो गई हैं, जबकि शेष जल्द ही प्राप्त हो जाएंगी।
पंजाब में बिक्री के लिए अन्य राज्यों से पीडीएस/क्षतिग्रस्त गेहूं के अवैध प्रवेश को रोकने के लिए, अंतरराज्यीय बाधाओं पर ‘नाके’ स्थापित करने के लिए डीजीपी, पंजाब मंडी बोर्ड और अन्य संबंधित लोगों को निर्देश जारी किए गए हैं।
परिणामस्वरूप, 21 अंतरराज्यीय बाधाओं पर ‘नाके’ लगाए गए हैं। साथ ही गेहूं के समुचित संरक्षण के लिए आवश्यकतानुसार समय पर कवर भी उपलब्ध कराए जाएंगे।