जिलों के पुनर्गठन के साथ कुछ नए जिले बनाने की प्रक्रिया शुरू करते हुए जहां राज्य सरकार ने मंत्रियों पर आधारित एक केबिनेट सब कमेटी गठित कर दी है, वहीं असंध उपमंडल को राज्य के नए जिले का दर्जा और आकार प्रदान करने की माँग के साथ क्षेत्र का एक बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल असंध की पैरवी करने चंडीगढ़ पहुँचा।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने यहाँ जारी एक वक्तव्य में बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने आज कमेटी के अध्यक्ष कृषि मंत्री कंवरपाल गुर्जर और अन्य सदस्य मंत्रियों जयप्रकाश दलाल,महिपाल ढांडा और सुभाष सुधा से अलग अलग मुलाक़ात कर एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में असंध को जिला बनाने के पक्ष में विभिन्न तथ्यात्मक दलीलें दी गई है। उन्होंने कहा कि अगर सब कमेटी की तरफ़ से इस प्रतिनिधिमंडल को उसके सम्मुख हाज़िर होकर दलीलें पेश करने का अवसर दिया गया, तो यह कार्य भी प्रभावी ढंग से किया जाएगा।
भाजपा प्रवक्ता डॉ. चौहान ने कहा कि प्रदेश में ज़िलों के पुनर्गठन पर विचार करने और इस संबंध में अपनी अनुशंसा देने के लिए भी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा के मंत्री परिषद के सदस्यों पर आधारित कमेटी का गठित किया जाना था एक सकारात्मक पहल है। नागरिकों की सुविधा और प्रशासनिक कार्यकुशलता में वृद्धि के लिए ज़िलों के पुनर्गठन की आवश्यकता समय के साथ महसूस की जाती रही है।
भाजपा प्रवक्ता ने उम्मीद जतायी कि मंत्रियों पर आधारित कमेटी जहाँ अन्य क्षेत्रों की माँगो पर विचार करेगी वही जिला बनने की सभी साधारण शर्तें पूरे करने वाले उपमंडल असन्ध का पुनर्गठन साथ लगते कैथल और जींद ज़िलों के कुछ गाँवों को मिला कर करने की सिफ़ारिश भी करेगी।
चौहान ने कहा कि आज के विज्ञापन के साथ कमेटी में शामिल मंत्रियों को इलाक़े की अनेक ग्राम पंचायतों और सामाजिक संस्थाओं के प्रस्ताव भी संलग्न किए गए हैं।
आज के प्रतिनिधिमंडल में डॉ. चौहान के अलावा पूर्व विधायक जिले राम शर्मा, पूर्वविधायक बख़्शीशसिंह, भारत विकास परिषद के प्रधान नरेन्द्र शर्मा, वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. बूटी राम और सुरेश जलमाना, प्रदीप टाटा, राजपूत सभा के पूर्व प्रधान रिछपाल राणा, भाजपा के मंडल अध्यक्ष राम अवतार, जेसी कॉलेज के प्रबंधक रमेश बतरा, पूर्व नगर पालिका प्रधान हरिकृष्ण अरोड़ा, पदम् गुप्ता, सुशील गर्ग, अजय राणा अरडाना, जगदीश गुप्ता, तिलक राज, त्रिलोकीनाथ शास्त्री सहित अनेक गणमान्य लोग शामिल थे।