
सुप्रीम कोर्ट में 69000 शैक्षिक पदों की भर्ती पर सुनवाई टलने के बाद अभ्यर्थियों में गहरी निराशा और आक्रोश है। यह भर्ती कई महीनों से अटकी हुई है, और लाखों युवाओं की उम्मीदें इससे जुड़ी हुई हैं। पहले से ही यह प्रक्रिया लंबी हो चुकी है, और अब सुनवाई के टलने से अभ्यर्थियों का धैर्य खत्म हो गया है।
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इन युवाओं ने सड़क पर उतरकर अपने हक के लिए आवाज उठाई और शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव किया। उनका कहना है कि अगर जल्द ही सुनवाई का समाधान नहीं निकाला गया, तो उनका आंदोलन और भी तेज हो सकता है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि सरकार उनकी समस्याओं की गंभीरता को नहीं समझ रही है और इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा। उनकी मांग है कि भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाए और न्याय मिले।