
पाकिस्तान एक बार फिर से झूठी और भ्रामक जानकारी फैलाने की कोशिश कर रहा है। इस बार उसने दावा किया कि अमृतसर में स्थित भारतीय मिलिट्री बेस पर हवाई हमला हुआ है। इस दावे को पुष्ट करने के लिए उसने 2024 का एक पुराना वीडियो शेयर किया, जिसे हाल की घटना बताकर प्रचारित किया गया। हालांकि, भारत सरकार की प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने इस खबर की सच्चाई सामने लाते हुए इसे पूरी तरह से फर्जी बताया है। PIB ने पुष्टि की कि यह वीडियो पुराना है और इसका वर्तमान घटनाओं से कोई लेना-देना नहीं है।
पाकिस्तान की ओर से फैलाए गए इस फर्जी प्रचार का उद्देश्य भारतीय नागरिकों में डर और भ्रम फैलाना है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे X (पूर्व में ट्विटर), फेसबुक और यूट्यूब पर यह वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें दावा किया गया कि भारतीय एयरबेस पर दुश्मन देश ने हमला किया है। लेकिन जांच में सामने आया कि वीडियो 2024 के एक मिलिट्री अभ्यास का हिस्सा था, जिसे तोड़-मरोड़कर पेश किया गया।
भारतीय रक्षा मंत्रालय और PIB की फैक्ट चेक इकाई ने तत्काल कार्रवाई करते हुए वीडियो की जांच की और स्पष्ट किया कि यह क्लिप न तो वर्तमान की है और न ही इसमें दिखाई गई घटना का किसी भी प्रकार का आतंकी हमला या युद्ध से कोई संबंध है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे ऐसे किसी भी वीडियो या समाचार को बिना जांचे साझा न करें।
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यह घटना एक बार फिर से यह साबित करती है कि सोशल मीडिया पर आने वाली हर खबर सही नहीं होती। दुश्मन देश इस प्रकार की रणनीतियों का इस्तेमाल कर भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूमिल करने की कोशिश करते हैं। ऐसे में हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह सतर्क रहे और केवल विश्वसनीय स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर ही भरोसा करे।
PIB और अन्य सरकारी संस्थाएँ अब इन अफवाहों और झूठी खबरों के खिलाफ तेजी से कदम उठा रही हैं। जनता को जागरूक करने के लिए नियमित फैक्ट चेक और सोशल मीडिया पर चेतावनी जारी की जा रही है। ऐसे समय में जागरूक नागरिक ही देश की असली ताकत बनते हैं जो झूठ और सच के बीच फर्क समझते हैं।