अंसल फर्जीवाड़ा: डॉक्टर व दो भाइयों समेत 10 से हड़पे 1.64 करोड़
सुशांत गोल्फ सिटी थाने में रिपोर्ट दर्ज

लखनऊ। हाइटेक आवासीय योजना के नाम पर अरबों का फर्जीवाड़ा करने वाले अंसल निदेशकों पर 10 और रिपोर्ट सुशांत गोल्फ सिटी थाने में दर्ज की गयी है। डॉक्टर, दो भाई समेत 10 पीड़ितों ने प्लॉट, फ्लैट व विला के नाम पर 1.64 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। लखनऊ, हरियाणा व नोएडा के पीड़ितों का आरोप है कि सालों तक कंपनी निदेशक कब्जा व रजिस्ट्री के नाम पर टालमटोल करते रहे। रुपये वापस मांगने पर धमकाया। इंस्पेक्टर सुशांत गोल्फ सिटी उपेंद्र सिंह ने बताया कि मामलों की जांच की जा रही है।
सुशांत गोल्फ सिटी स्थित रेलवे ऑफिसर्स कॉलोनी निवासी तनुजा कृष्ण दुबे ने बताया कि वर्ष 2011 में पिता मदन मोहन चंद्रा ने अंसल एपीआई स्थित साइट में एक प्लॉट बुक कराया था। 2015 तक किस्तों में 75 प्रतिशत 33.60 लाख रुपये का भुगतान किया था। इसके बाद भी प्लॉट की रजिस्ट्री नहीं हुई। वे जब भी अंसल कार्यालय जाते तो टालमटोल की जाती। इस बीच वर्ष 2022 में मदन मोहन की मृत्यु हो गई। तनुजा ने जब बतौर वारिस कंपनी से प्लॉट की रजिस्ट्री उनके नाम पर करने को कहा तो अधिकारी और कर्मी उन्हें धमकाने लगे।
वहीं, हरियाणा के गुरुग्राम निवासी डॉक्टर शचि त्रिपाठी ने वर्ष 2011 में प्लॉट बुक कराया था, जिसका उन्होंने 2015 तक 16,46,190 रुपये का भुगतान किया। इसके बाद भी कंपनी ने प्लॉट का बैनामा नहीं किया। उधर, पीजीआई के साउथ सिटी निवासी रजनीश गौड़ ने अंसल में दो विला बुक कर 31,32,360 रुपये जमा किए थे। इसके अलावा विशाल खंड-3 निवासी अमियकेत सिंह ने वर्ष 2011 में प्लॉट के नाम 10,47,600 रुपये जमा किए थे।
वहीं, अलीगंज के बड़ा चांदगंज निवासी आशीष अग्निहोत्री से फ्लैट के नाम पर 8,01,195 रुपये, उनके भाई शैलेश अग्निहोत्री से 8,10,293 रुपये लिए गए थे। उधर, आशियाना के बिजली पासी निवासी चेतराम से 2011 में प्लॉट के नाम पर 10,22,100 रुपये लेने के बाद कब्जा नहीं मिला। इसके अलावा अर्जुनगंज के ओमेक्स निवासी पारस नाथ से 2010 में फ्लैट के नाम पर 5,38,420 रुपये, आलमबाग के भिलावां साकेतपुरी निवासी अमित कुमार से फ्लैट के नाम पर 2012 में 28 लाख और गौतमबुद्धनगर स्थित केंद्रीय विहार निवासी सरोज तिवारी से 2011 में विला के नाम पर 12,35,105 रुपये लिए गए।