उत्तर प्रदेश में आज मिले कोरोना के 16 हजार से ज्यादा केस, 17600 मरीजों ने दी वायरस को मात
उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामलें लगातार बढ़ रहे हैं. प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के 16,142 नये मामले आये हैं. प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने इसकी जानकारी दी. वहीं 16 हजार से ज्यादा मामले मिलने के साथ प्रदेश में कोरोना के कई मरीज ठीक भी हो रहे हैं. पिछले 24 घंटों में प्रदेश में 17,600 कोरोना संक्रमित ठीक भी हुए है. जिसके बाद प्रदेश में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 17,97,728 हो गई है.
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने आज बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 2,41,457 सैम्पल की जांच की गयी. प्रदेश में अब तक कुल 9,74,62,647 सैम्पल की जांच की गयी है. बताया गया कि कल विभिन्न जनपदों से आरटीपीसीआर के लिए 1,23,636 सैम्पल भेजे गये हैं. अपर मुख्य सचिव चिकित्सा ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 17,600 और अब तक 17,97,728 लोग कोविड-19 से ठीक हुए हैं. आज मिले ताजा मामलों के बाद प्रदेश में कोरोना के कुल 95,866 एक्टिव मामले हो गए हैं. जिनमें 93,078 लोग होम आइसोलेशन में हैं. वहीं लगभग 1.5 प्रतिशत लोग ही अस्पताल में भर्ती है.
15-18 वर्ष के बच्चों को 3,81,642 डोज दी गई
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन का काम भी निरन्तर किया जा रहा है. प्रदेश में कल 20 जनवरी, 2022 को एक दिन में कुल 26,12,031 डोज दी गयी है, जिनमें 15 से 18 वर्ष के बच्चों को 3,81,642 डोज दी गई. प्रदेश में कल 18 वर्ष से अधिक लोंगों को पहली डोज 14,22,24,331 दी गई जो उनकी जनसंख्या का 96.47 प्रतिशत है.
15 से 18 वर्ष की 50.61 प्रतिशत जनसंख्या को लगी डोज
बताया गया कि 18 वर्ष से अधिक लोंगों को दूसरी डोज 9,29,59,038 दी गयी, जो उनकी जनसंख्या का 63.06 प्रतिशत है. अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने बताया कि 15 से 18 वर्ष के बच्चों को अब तक 70,92,929 वैक्सीन की पहली डोज दी गयी है, जो उनकी जनसंख्या का 50.61 प्रतिशत है. उन्होंने बताया कि अब तक 6,52,551 प्रीकॉशन डोज दी गयी है. वहीं अब तक कुल 24,29,28,849 डोज दी जा चुकी है. प्रसाद ने बताया कि कोविड केसों की जीनोम सिक्वेसिंग भी करवायी जा रही है. जीनोम सिक्वेसिंग के कुछ समय से जो परिणाम आ रहे है, उससे ये पता चला है कि 90 प्रतिशत से अधिक मामले ओमीक्रोन के ही आ रहे हैं.