
मथुरा। गोवर्धन विधानसभा क्षेत्र में सपा रालोद गठबंधन प्रत्याशी चौधरी प्रीतम सिंह के लिए शनिवार जनसभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने जमकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मैं बाबा को गुंडा दिखता हूं, जबकि मेरे स्वर्गीय बाबा चौधरी चरण सिंह ने ही गुंडा कानून बनाया था, बाबा जी आपने आज तक कोई कानून बनाया है, तो बताओ। हमारा खून गरम है, गरम ही रहेगा। दो लड़कों की गर्मी देख सर्दी में बाबा का पसीना छूट रहा है।
जनपद के गोवर्धन विधानसभा क्षेत्र के कस्बा सौंख में गोवर्धन तिराहे पर राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह शनिवार दोपहर जनसभा को संबोधित करते हुए कहा किसान नेता स्व. चौधरी चरण सिंह का नाम लेकर किसानों को रालोद-सपा गठबंधन के साथ लामबंद होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जिस सरकार ने आपको पांच साल चोट दी उसे 10 फरवरी को वोट की चोट देकर उखाड़ फेंके। इस सरकार ने किसानों को क्या दिया ! खाद के कट्टे को 05 किलो कम कर दिया और उसकी कीमत बढा दी। डबल इंजन की सरकार डबल ताकत से जनता को कुचल रही है। उन्होंने कहा कि बहन बेटियों की इज्जत-आबरू लूटी जा रही है। उन्होंने हाथरस, उन्नाव, बुलंदशहर की घटनाओं को याद दिलाते हुए कहा कि रोज ऐसी घटनाएं हो रही है।
रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने कहा कि योगीजी बहुत बयानबाजी करते हैं। लाठी- गोली चलाने , बुल्डोजर चलाने और गर्मी निकाल देने जैसी भाषा बोलने से विकास नहीं हो सकता। मै योगीजी से पूछता हूं कि इन नौजवानों की गर्मी कैसे निकालोगे जो नौकरी मांग रहे हैं। फार्म भरते भरते पांच साल में ये नौजवान ओवरएज हो गए हैं। उन किसानों की गर्मी योगीजी कैसे निकालेंगे जो फसल की कीमत मांगते हैं। उन्होंने कहा कि बाबा हमारी गर्मी निकालने की बात कर रहे हैं। मैं बाबा से पूछता हूं कि सर्दी में बाबा को पसीने क्यों छूट रहे हैं। क्योंकि जनता पांच साल का हिसाब मांग रही है।
जयंत चौधरी ने कहा कि हम किसानों की बात करते हैं और किसानों युवाओं समाज के हर वर्ग की लड़ाई लड़ने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों के आंदोलन के आगे विवश होकर झुकने के साथ तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया। लेकिन किसानों की सभी बातें नहीं मानी गईं। सरकार द्वारा किया गया, कोई भी वादा पूरा नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि हैंडपंप पर इतने बटन दबाओ कि प्रीतम सिंह जीतकर लखनऊ पहुंचे और बाबा को गरमी का एहसास हो जाए।