UNSC में मतदान से दूर रहने के सरकार के रुख का कांग्रेस ने किया समर्थन, राहुल गांधी बोले- छात्रों को लेकर हमने देर की
यूक्रेन मामले पर आज सुबह विदेश मामलों की सलाहकार समिति की बैठक हुई. इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चीन और पाकिस्तान के रूस के करीब आने का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि अभी प्राथमिकता यूक्रेन से छात्रों को निकालना है. विदेश मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया कि यूक्रेन से बाहर निकाले जा रहे छात्रों को उनकी शैक्षणिक स्थिति के बारे में संदेह था, जहां यूक्रेन सरकार स्थिति पर आश्वासन दे रही थी. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने नागरिकों को बाहर निकालने और वर्तमान स्थिति पर बैठक में प्रेजेंटेशन दी. उन्होंने बताया कि कांग्रेस नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मतदान से दूर रहने के सरकार के रुख का समर्थन किया.
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि सलाहकार समिति की बैठक में सामरिक और मानवीय पहलुओं पर अच्छी चर्चा हुई. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बताया कि छह राजनीतिक दलों के नौ सांसदों ने बैठक में भाग लिया. कांग्रेस की ओर से उनके अलावा राहुल गांधी और आनंद शर्मा मौजूद थे. एक सौहार्दपूर्ण माहौल में अच्छी चर्चा हुई, जब राष्ट्रीय हितों की बात आती है तो हम सभी भारतीय हैं. थरूर ने अपने सवालों और चिंताओं के स्पष्ट जवाब देने के लिए डॉ. एस जयशंकर का धन्यवाद भी किया है.
थरूर ने विदेश मंत्री का किया धन्यवाद
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट करके लिखा- हमारे सवालों और चिंताओं पर स्पष्ट प्रतिक्रियाओं के लिए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और उनकी टीम को मेरा धन्यवाद. यही वह भावना है, जिसमें विदेश नीति चलाई जानी चाहिए.’ विदेश मंत्रालय की सलाहकार समिति की बैठक पर सूत्रों ने कहा कि प्रतिक्रिया में देर हुई और एडवाइजरी भ्रमित कर रही थीं.
Rahul Gandhi raised issue of China & Pakistan getting closer to Russia but he said priority is to evacuate students from Ukraine right now. Congress leaders said that we were late in reaction & advisories were confusing: Sources on MEA consultative committee meeting
(Pic: EAM) pic.twitter.com/1nQG0Axsay
— ANI (@ANI) March 3, 2022
UNGA में रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास
यूकेन से जारी जंग के बीच बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास हो गया. रूस के खिलाफ 141 वोट पड़े, जबकि समर्थन में केवल 5 वोट पड़े. वहीं, 35 देशों ने इसमें हिस्सा नहीं लिया. रूस के खिलाफ प्रस्ताव में भारत ने दूरी बनाई. UNSC के बाद UNGA में भी भारत ने अनुपस्थित रहकर प्रस्ताव से खुद को अलग रखा. रूस के पक्ष में खुद रूस के अलावा बेलारूस, सीरिया, उत्तर कोरिया (डीपीआरके), इरिट्रिया ने मतदान किया.