सपा का फिर MY समीकरण पर विश्वास, विधान परिषद चुनाव के लिए 14 यादव और दो मुस्लिमों को दिए टिकट
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में यादवों और मुसलमानों को बड़े स्तर पर टिकट दिए जाने के बाद समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर विधान परिषद के चुनाव में मुस्लिम-यादव समीकरण पर विश्वास जताया है. हालांकि चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ‘MY’ समीकरण की परिभाषा को बदलने का दावा किया था और उन्होंने ‘M’ का मतलब महिला और ‘Y’ का मतलब युवा बताया था. लेकिन चुनाव में बड़ी संख्या में मुस्लिम और यादव प्रत्याशी की जीत के बाद पार्टी ने फिर अपने कोर वोट बैंक पर विश्वास जताया है. पार्टी ने 36 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में अब तक 18 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है और इनमें से 14 यादव और दो मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकट दिए हैं.
फिलहाल राज्य में विधान परिषद की 36 सीटों पर चुनाव होने हैं और इसके लिए नामांकन की तारीख बढ़ा दी गई है. अब राज्य में प्रत्याशी 19 मार्च की जगह 21 मार्च तक नामांकन दाखिल कर सकेंगे. विधान परिषद की 36 सीटों के लिए 9 अप्रैल को चुनाव होंगे और नतीजे 12 अप्रैल को जारी किए जाएंगे. वहीं अभी तक विधान परिषद में समाजवादी पार्टी के सदस्यों की संख्या सबसे ज्यादा है. गौरतलब है कि राज्य के विधान परिषद में कुल 100 सीटें हैं.
पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबियों को भी मिला टिकट
समाजवादी पार्टी ने अब तक 18 प्रत्याशियों को टिकट दिए हैं और इसमें से कई नेता पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं. पार्टी ने लखनऊ-उन्नाव सीट से सुनील सिंह साजन, बाराबंकी से राजेश कुमार यादव, इलाहाबाद से वासुदेव यादव, मथुरा-एटा-मैनपुरी से उदयवीर सिंह, बहराइच से अमर यादव, वाराणसी से उमेश कुमार यादव,पीलीभीत-शाहजहांपुर सीट से अमित यादव, प्रतापगढ़ से विजय बहादुर यादव, आगरा-फिरोजाबाद से दिलीप सिंह यादव और गोरखपुर-महाराजगंज से रजनीश यादव को टिकट दिया है.
रामपुर से मसकूर अहमद तो गोरखपुर के डॉ कफील को दिया टिकट
पार्टी विधान परिषद के चुनाव के लिए झांसी-जालौन से श्याम सुंदर सिंह यादव, बस्ती-सिद्धार्थनगर से संतोष यादव सन्नी, फैजाबाद से हीरालाल यादव और मऊ-आजमगढ़ से राकेश कुमार यादव को उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं रामपुर-बरेली से मसकूर अहमद और देवरिया-कुशीनगर से गोरखपुर डॉ कफील खान को टिकट दिया है.