कदाचार के दोषी ठहराये गये पट्टी के क्षेत्राधिकारी को योगी सरकार ने बर्खास्त किया
लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने डेप्युटी एसपी नवनीत नायक को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। नायक पर प्रतापगढ़ जिले में सीओ के पद पर तैनाती के दौरान एक महिला के यौन शोषण का आरोप था। डेप्युटी एसपी नवनीत नायक फिलहाल सस्पेंड चल रहे थे। योगी आदित्यनाथ के कार्यालय से हुए ट्वीट में लिखा है, ‘यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने नैतिक अधमता के दोषी तत्कालीन क्षेत्राधिकारी पट्टी, जनपद प्रतापगढ़ को सेवा से बर्खास्त करने का निर्णय लिया है। बर्खास्तगी से पहले नायक यूपी के शाहजहांपुर के पुवायां सर्किल में सीओ थे। वहीं जांच के बाद आरोप सही पाए जाने पर उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। इसके बाद उन्हें डीजीपी कार्यालय से अटैच कर दिया गया।
#UPCM श्री @myogiadityanath जी ने नैतिक अधमता के दोषी तत्कालीन क्षेत्राधिकारी पट्टी, जनपद प्रतापगढ़ को सेवा से बर्खास्त करने का निर्णय लिया है।@spgoyal @sanjaychapps1 @74_alok pic.twitter.com/zi9v55r59C
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) April 11, 2022
युवती ने लगाया था यौन शोषण का आरोप
साल 2019 में सीओ नवनीत नायक प्रतापगढ़ में तैनात थे। इसी दौरान वह एक युवती के संपर्क में आए थे और लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। जानकारी के अनुसार सीओ ने महिला से शादी करने की बात कही थी। बाद में सीओ ने किसी दूसरी लड़की से शादी कर ली। इसके बाद पीड़िता ने शासन में सीओ नवनीत नायक के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी। यौन उत्पीड़न की शिकायत के बाद एसपी प्रतापगढ़ पूरे मामले की जांच कर रहे थे।
इसके बाद उनकी तैनाती शाहजहांपुर में हुई थी और उन्हें पुवायां में सर्किल ऑफिसर बनाया गया था। एसपी प्रतापगढ़ की जांच में सीओ पर लगे आरोप सही पाए जाने के बाद रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। एसपी की जांच रिपोर्ट के आधार पर शासन ने सीओ नवनीत नायक को सस्पेंड कर दिया और सीओ को डीजीपी कार्यालय से अटैच किया गया।