ऊर्जा मंत्री ने सपा पर कसा तंज “गरजते थे आजमगढ़ में और बरसते थे इटावा में”
- ऊर्जा मंत्री ने विधान सभा में प्रदेश की बिजली व्यवस्था की वास्तविकता प्रस्तुत कर विपक्ष के दावों को नकारा
लखनऊ। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा ने विधान सभा में प्रदेश की बिजली व्यवस्था की वास्तविकता प्रस्तुत कर विपक्ष के दावों को नकार दिया। उन्होंने कहा कि बिजली की आपूर्ति के विषय में विपक्ष के लोग दुष्प्रचार कर रहे हैं और झूठा आँकङा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वास्तविकता यह है कि सपा सरकार के शासन काल के दरम्यान जितनी बिजली की पीक डिमांड 13000 से 14000 मेगावाट होती थी, उतनी आज हमारी सबसे कम डिमांड है।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि इसी प्रकार सपा से आजमगढ़ जनपद के जनप्रतिनिधियों में मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, सांसद और विधायक रहे, फिर भी वहां का विकास नहीं हो पाया। इस पर उन्होंने कहा कि ये ऐसे लोग हैं, जो गरजते थे आजमगढ़ में, बरसते थे इटावा में। ऐसी इनकी कार्य संस्कृति रही है। इसी प्रकार सपा सरकार के दौरान बिजली विभाग में सबसे बड़ा प्राविडेण्ट फण्ड घोटाला भी हुआ और दोषी अधिकारियों के तार मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़े मिले, जिन्हें योगी सरकार में जेल जाना पड़ा।
ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा ने कहा कि प्रदेश की सपा सरकार में कुछ ही जिलों और गांव में 24 घण्टे बिजली आती थी, बाकी जगहों पर 10 से 12 घण्टें का रोस्टर था। जबकि आज पूरे प्रदेश में तय रोस्टर के अनुसार बिजली आ रही है। उन्हाेंने कहा कि वर्ष 2012 से 2017 की तुलना में इस समय 1.5 से 2.0 गुना बिजली आपूर्ति हो रही है। इसी प्रकार 33/11 के.वी. सब स्टेशन की संख्या 3817 थी उसे बढ़ाकर 4522 कर दी गयी है और पहले की अपेक्षा 705 सब स्टेशन ज्यादा बनाए गए। 1413 सब स्टेशन की क्षमता वृद्धि की गयी।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने छोटे-छोटे गांव, मजरों, मोहल्लों तक भी बिजली पहुंचाने का कार्य किया है और इससे सुदूर गांव में रहने वाले गरीबों को फायदा हुआ। प्रदेश सरकार 24 घण्टे बिजली देने के लिये संकल्पित है और इसके लिये सब स्टेशन, फीडर, ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि के साथ झूलते व लटकते हुये तारों को ठीक किया जा रहा है और आने वाले समय पर प्रदेश के लोगों को बेहतर विद्युत आपूर्ति मिलेगी इसका मैं आश्वासन देता हूँ।