
सीएम के शिकायत पोर्टल आईसीआरएस पर फर्जी शिकायत से रोडवेज के अफसर तंग आ गए हैं। बस के किराये के 516 रुपये वापसी को लेकर एक यात्री ने 500 से ज्यादा बार शिकायत की। जांच में यात्री की ही लापरवाही उजागर हुई है। इसके बावजूद बीते ढाई साल से शिकायत कर रहा है। परेशान रोडवेज अफसर ने परिवहन विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र भेजकर मामले को संज्ञान में लेने की गुजारिश की है। ताकि फर्जी शिकायत के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा सके।
रोडवेज अफसरों के मुताबिक मामला 27 दिसंबर 2019 है। आलमबाग बस अड्डे से गोरखपुर जाने वाली जनरथ बस में किशन नाम के यात्री ने ऑनलाइन टिकट बुक कराया था। इसका पीएनआर नंबर एक्सजीकेपी 344127190002416 था। इस दिन उसके बस स्टेशन पहुंचने के पहले बस रवाना हो गई, जिसके चलते यात्री का टिकट निरस्त हो गया। जांच में पाया गया कि यात्री के खुद 13 मिनट देरी से पहुंचने के कारण बस छूट गई। ऐसे में 516 रुपये किराया वापस नहीं किया जा सकता। मगर यात्री किराया वापस करने के लिए बार-बार फर्जी शिकायत करके परेशान कर रहा है।
आईजीआरएस में फर्जी शिकायतों पर कार्रवाई
क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव बोस ने बताया कि आईजीआरएस पर एक यात्री ढाई साल से रिफंड की फर्जी शिकायत कर रहा है। उस पर जल्द कार्रवाई होगी। शासन को जांच रिपोर्ट के साथ कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया है।