CRPF के DG की मौजूदगी में हुआ 704 नव आरक्षियों का दीक्षांत परेड समरोह।
उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के रामगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत त्रिशुंडी ग्रुप ग्रुप सेंटर में आज पर्यावरण दिवस के दिन 704 नव आरक्षियों का पासिंग आउट परेड कराया गया । इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि पधारे केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ ) के पुलिस महानिदेशक कुलदीप सिंह ने आज कहा कि देश के सामने तमाम चुनौतियां उत्पन्न हो गई है जो प्रतिदिन बढती जा रही है। जिसके चलते सीआरपीएफ की भूमिका अहम हो गयी है ।उन्होंने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि कश्मीर के आतंकवाद की समस्या हो या देश के विभिन्न राज्यों में फैले नक्सलवाद की बात हो ऐसी तमाम चुनौतियों का सामना सीआरपीएफ को करना पड़ रहा है। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि जवानों को उच्च कोटि का प्रशिक्षण दिया जाए जो आतंकवाद जैसी विभिन्न समस्याओं से निपटने में कारगर साबित हो। सीआरपीएफ को सांप्रदायिक ताकतों से निपटना पड़ रहा है तो चुनाव को भी शांतिपूर्ण संपन्न कराने की जिम्मेदारी उसके कंधों पर है । इसलिए जरूरी हो गया है कि प्रशिक्षण ऐसा हो जो देशद्रोही ताकतों से निपटने में कारगर साबित हो । DGP कुलदीप सिंह ने कहा अमेठी का यह सीआरपीएफ का ग्रुप सेंटर संसाधनों की कमी के बावजूद उच्च कोटि का स्तर स्थापित किया है। आज 704 जवान प्रशिक्षित होकर जा रहे हैं जो देश में विभिन्न स्थानों पर अपनी सेवा प्रदान करेंगे । एक तरफ जहां पासिंग परेड के मौके पर सीआरपीएफ के जवानो ने अपनी क्षमता और कला का प्रदर्शन किया। वहीं दूसरी तरफ विभिन्न स्कूल के छात्र विभिन्न स्कूल के छात्र छात्राओं के द्वारा सांस्कृतिक प्रोग्राम में रोचक एवं मनोरंजक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
12वें बैच के नवआरक्षियों का प्रशिक्षण दिनांक 28 जून 2021 से आरम्भ हुआ था। 44 सप्ताह के प्रशिक्षण अवधि के दौरान इन्हें बल के अनुशासन के साथ-साथ, सहनशक्ति प्रशिक्षण युद्ध अवरोध एवं प्रहार मार्ग, निहत्थी लड़ाई हथियार के साथ एवं खाली हाथ की कवायद, विभिन्न हथियारों, गोला-बारूदों एवं ग्लोबल पोजिसनिंग सिस्टम का प्रशिक्षण भी दिया गया है। इन्हें चार सप्ताह के अति सतर्क एवं कठिन जंगल प्रशिक्षण के साथ एक सप्ताह के जंगल सर्वाइवल प्रशिक्षण तथा प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भर रहने का अभ्यास देकर नक्सलवादियों से लोहा लेने के लिए तैयार किया गया है। इन नवआरक्षियों में कठोर प्रतिस्पर्धी स्वभाव का विकास करने के लिए प्रशिक्षण की अवधि के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।