नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्ण अधिवेशन से कुछ दिन पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि पार्टी के संविधान के मुताबिक कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के आधे सदस्यों का चुनाव होना चाहिए। साथ ही, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई सीडब्ल्यूसी में नौजवान नेताओं को जगह दी जानी चाहिए।
चिदंबरम ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि उन्हें पता चला है कि कार्य समिति का चुनाव करने वाले निर्वाचक मंडल के आंकड़े को लेकर कुछ मुद्दे हैं जिनका निदान पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण को करना चाहिए। पूर्व केंद्रीय मंत्री का यह भी कहना है कि सही मायने में विश्लेषण से इस नतीजे पर पहुंचा जा सकेगा कि कांग्रेस को अगले लोकसभा चुनाव में बनने वाली विपक्षी एकता की धुरी बनना होगा।
यह पूछे जाने पर कि क्या सीडब्ल्यूसी का चुनाव होना चाहिए तो चिदंबरम ने कहा, ‘‘मेरी निजी राय है कि सीडब्ल्यूसी के आधे सदस्यों का चुनाव होना चाहिए जैसा पार्टी के संविधान में प्रावधान है।’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘बहरहाल, मुझे पता चला है कि सीडब्ल्यूसी का चुनाव करने वाले निर्वाचक मंडल के आंकड़े से जुड़े कुछ मुद्दे हैं। इन मुद्दों का समाधान पार्टी की चुनाव समिति को करना चाहिए।’’
यह पूछे जाने पर कि सीडब्ल्यूसी का चुनाव होने पर वह उम्मीदवार होंगे तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘मेरी कोई आकांक्षा या निजी महत्वाकांक्षा नहीं है। मुझे लगता है कि सीडब्ल्यूसी में नौजवानों को निर्वाचित और नामित होना चाहिए।’’
चिदंबरम ने इस बात पर जोर दिया कि पार्टी की इकाइयों में देश और कांग्रेस की विविधता नजर आनी चाहिए। यह पूछे जाने पर कि नेतृत्व द्वारा तय अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के डेलीगेट (निर्वाचक मंडल के सदस्य) के मद्देनजर सीडब्ल्यूसी का चुनाव कैसे निष्पक्ष होगा तो उन्होंने कहा कि वह इस बात से सहमत नहीं हैं कि मौजूदा नेतृत्व ने निर्वाचक मंडल का चयन किया है।
उनके मुताबिक, ‘‘हर राज्य में प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के सदस्यों की सूची राज्य के नेतृत्व द्वारा तय की गई। हर पीसीसी ने एआईसीसी डेलीगेट के नामों की अनुशंसा की। मेरा मानना है कि एआईसीसी ने अनुशंसाओं पर संज्ञान लिया और एआईसीसी सदस्यों की सूची को अंतिम रूप दिया।’’
उन्होंने कहा कि यह बातचीत के जरिये और सामूहिक प्रयास से हुआ है तथा ऐसे में अगर कोई कमी होती है तो यह भी साझा होगी और सामूहिक जिम्मेदारी होगी। कांग्रेस के संविधान के अनुसार, सीडब्ल्यूसी के कुल 25 सदस्यों में से 12 का चुनाव होता है तथा 11 को पार्टी अध्यक्ष नामित करते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस संसदीय दल के प्रमुख सीडब्ल्यूसी के स्वत: सदस्य होते हैं।
रायपुर में 24 फरवरी से होने वाले कांग्रेस के पूर्ण अधिवेशन के बारे में चिदंबरम ने कहा कि यह 2024 के लोकसभा चुनाव से 14 महीने पहले हो रहा है तथा ऐसे में यह उम्मीद की जाती है कि एआईसीसी जनता को यह विश्वास दिलाने के लिए स्पष्ट संदेश देगी कि वह क्यों इस सदंर्भ में महत्वपूर्ण है कि राष्ट्रीय स्तर पर सरकार में बदलाव होना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें लोगों के समक्ष ऐसा दस्तावेज प्रस्तुत करना होगा जिससे शांतिपूर्ण, समृद्ध और न्यायसंगत देश से जुड़ी जनता की आकांक्षाएं पूरी होती हों।’’ उन्होंने विपक्षी एकजुटता के संदर्भ में कहा कि कांग्रेस समेत सभी दलों को ‘इस हाथ ले, उस हाथ दे’ की भावना तथा विनम्रता के साथ इस काम को पूरा करने की दिशा में बढ़ना होगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से निश्चित तौर पर यह बात स्थापित हुई है कि राहुल गांधी साहस, प्रतिबद्धता और दृढ़शक्ति वाले नेता हैं तथा इस यात्रा से लोगों को देश के सामने खड़ी समस्याओं का अहसास हुआ है।