मदरसा आधुनिकीकरण योजना : पांच वर्षों से नहीं मिला मानदेय, आंदोलन के लिए गोरखपुर से लखनऊ पहुंचे शिक्षक

गोरखपुर। प्रदेश के 21546 मदरसा आधुनिकी शिक्षकों का 5 वर्षों से अधिक समय का मानदेय बकाया है। जिसके लिए शिक्षकों की जद्दोजहद जारी है। सोमवार को ईको गार्डन आलमबाग लखनऊ में शिक्षकों ने मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक एकता समिति उप्र के बैनर तले अनिश्चितकालीन सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया है। जिसमें गोरखपुर के शिक्षक भी हिस्सा ले रहे है।
जिले के शिक्षकों का नेतृत्व कर रहे समिति के प्रदेश सचिव मो. इरफान खान के मुताबिक मदरसा आधुनिकीकरण योजना अंतर्गत कार्यरत मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों के पिछले पांच वर्षों से अधिक समय का मानदेय भुगतान केंद्र सरकार द्वारा नहीं किया गया है। जिसके कारण मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। केंद्र सरकार से काफी गुहार लगाई जा चुकी है। लेकिन बीते पांच वर्षों का बकाया मानदेय जारी नहीं किया गया। शिक्षकों द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपने के लिए एक ज्ञापन भी बनाया गया है। मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों की 3 प्रमुख मांगें
जिनमे मदरसा आधुनिकीकरण योजना का तत्काल नवीनीकरण करते हुए मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों का मानदेय जारी किया जाए, मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों के सत्र 2017-2018 से सत्र 2020-2021 के पूर्ण सत्रों, 2021-2022 के 5818 मदरसों का अवशेष 2 माह एवं 1539 मदरसों का पूर्ण सत्र का बकाया एवं सत्र 2022-2023 पूर्ण सत्र के अब तक के कुल पांच वर्षों से अधिक समय के बकाया मानदेय का भुगतान तत्काल कराया जाए, मानदेय भुगतान के 65% अंश का वहन राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा है। अत: मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक योजना का संचालन राज्य सरकार द्वारा पूर्ण रूप से किया जाए।