
सन्तकबीरनगर। मदरसा मखजानुल उलूम भैसा माफी में जलसा दस्तारबंदी कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस्लाम की शिक्षाओं का पालन करने की सलाह दी गई। जलसे में 9 हाफीजे कुरान छात्रों को सम्मानित भी किया गया। जलसे का संचालन मदरसा तालीम अल-कुरान सेमरियावां के उस्ताद मौलाना गफरान अहमद नदवी ने किया।मौलाना मुफ्ती सईदुर रहमान कासमी उस्ताद दारुल उलूम इस्लामिया बस्ती ने कुरान के महत्व, उपयोगिता और इसकी शिक्षाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि मौलाना मुनीर अहमद नदवी ने अपने संबोधन में कहा कि स्थिति तेजी से बदल रही है,हमारे बच्चे और युवा शिक्षा दीक्षा से दूरी के कारण हर दिन गुमराही के दलदल में फंस रहे हैं।दिलों में धार्मिक शिक्षा का महत्व और उपयोगिता नहीं है या बहुत कम है।
पिता घर को सजाने के लिए बाहर कड़ी मेहनत कर अपने परिवार का जीवन बनाने में लगा हुआ है। । युवा वर्ग नाज और नखरे में पिता की गाढ़ी कमाई के कारण अपनी दुनिया और परलोक उजाड़ रहे हैं। मोबाइल पर आंखें और उंगलियां बटन पर रहती हैं। वक्त और शिक्षा के महत्व को नही समझ रहे हैं। रमजान का पवित्र महीना निकट है। लेकिन इसकी तैयारी नहीं है। विलासिता में लोग डूबे हुए हैं।भविष्य की कोई परवाह नही है।गाँव-गाँव में न जाने क्या-क्या आम है। पान,बीडी,सिगरेट,गुटका,नशीले पदार्थों के नाम पर,जिनका हम और हमारे बच्चे खुलकर इस्तेमाल कर रहे हैं। जीवन बर्बाद करने में लगे है।
मौलाना नदवी ने कहा कि हमारी छतों से रोज बाढ़ की आवाज टकरा रही है।हम इस भ्रम में हैं कि हम मजबूत दीवारों के भीतर मजबूत हैं। सच तो यह है कि की इस आग से कोई भी सुरक्षित नहीं है। हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा अन्यथा यह समस्या बहुत कठिन है। इस अवसर पर मौलाना नफीस अहमद नदवी,हाफिज सामी अहमद,मुफ्ती मसूद अहमद कासमी,हाजी ओबैदुर रहमान साहिब, कारी अजमतुल्लाह,मौलाना इम्तियाज नदवी,फखरुल इस्लाम कबीर नागरी,मौलाना अतीकुर्रहमान,सूफयान भाई,हाफिज मसूद अहमद रशीदी,मौलाना हफीजुर रहमान कासमी,हाफिज हबीबुर्रहमान आदि विशेष रूप से उपस्थित थेजलसा के संयोजक मौलाना क़मर-उल-ज़मान नदवी ने अंत में सभी मेहमानों का धन्यवाद किया।