
- घर मे मचा कोहराम, नगर में पसरा सन्नाटा
- एनडीआरएफ की टीम रही असफल ग्रामीण एवं मछुआरों की मदद से मिली सफलता
शोहरतगढ़ (सिद्धार्थनगर)। शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत बाण गंगा नदी में होली खेलकर कुल 9 लोग नहाने गए थे जिसमें 3 लोग डूब गए। डूबता देख साथियों ने शोर मचाना चालू कर कर दिया । शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा होने लगे। जिसकी सूचना शोहरतगढ़ थाना अध्यक्ष पंकज कुमार पाण्डेय को दी गई सूचना सुनते ही मैं टीम के साथ सीओ जयराम, एसडीएम प्रदीप कुमार यादव ,तहसीलदार राजेश कुमार, आदि लोग ने पहुंचकर एनडीआरएफ टीम को सूचना दी आनन-फानन में पहुंची टीम ने खोज बीन चालू कर दिया काफी देर खोजबीन के बावजूद कल रात युवकों की तलाश नहीं हो पाई।
सुबह फिर खोजबीन चालू हुआ काफी देर तक एनडीआरएफ की टीम खोजती रही लेकिन असफलता ही हाथ लगी। ग्रामीणों एवं मछुआरों की खोजबीन की मदद से तीनों युवकों को पाया गया। अजीत सिंह उम्र 18 पुत्र शंभूनाथ सिंह निवासी भीमापार, अजीत सिंह उम्र 19 वर्ष पुत्र मनु सिंह निवासी बड़गो, उज्जवला त्रिपाठी उम्र 19 वर्ष पुत्र देवेश त्रिपाठी के रूप में पहचान हुई।
आरटीआई कार्यकर्ता के घर संतावना देने पहुचे सांसद
शोहरतगढ़ के बाणगंगा बैराज में नहाने गए 9 बच्चों में 3 का शव घटना के लगभग 22 घंटे बाद नदी में मिला, इनमें सिद्धार्थनगर के सैनुवा के मूल निवासी, हाल मुकाम भीमापार, आरटीआई कार्यकर्ता देवेश मणि त्रिपाठी के बड़े पुत्र उज्ज्वल मणि त्रिपाठी 17 वर्ष समेत चिल्हिया के बड़गो के विक्की पुत्र राधेरमण सिंह 17 वर्ष, निखिल सिंह पुत्र अरुण सिंह 20 वर्ष रहे। इस दौरान सांसद जगदम्बिका पाल पीड़ितों के घर संतावना देने पहुंचे। उन्होंने मुख्यालय के भीमापार, निवासी व आरटीआई कार्यकर्ता देवेश मणि त्रिपाठी के बड़े पुत्र उज्ज्वल मणि त्रिपाठी 17 वर्ष के घर पहुंचकर देवेश मणि त्रिपाठी से मिलकर संतावना दी।