सिद्धार्थनगर: फैमिली आईडी-एक परिवार, एक पहचान योजना” के क्रियान्वयन के लिए हुवा प्रशिक्षण

सिद्धार्थनगर। “फैमिली आईडी-एक परिवार एक पहचान योजना” प्रशिक्षण अम्बेडकर सभागार में जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता और मुख्य विकास अधिकारी जयेंद्र कुमार, सभी उप जिलाधिकारियों एवं खंड विकास अधिकारियों को “फैमिली आईडी-एक परिवार, एक पहचान योजना” के क्रियान्वयन के लिए प्रशिक्षण ई डिस्ट्रिक्ट मैनेजर अमरेन्द्र दूबे द्वारा दिया गया। ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर ने बताया कि फैमिली आईडी का उद्देश्य पात्र लाभार्थियों को शत-प्रतिशत आच्छादित करना, डुप्लीकेट या फर्जी लाभार्थियों को हटाना, छूटे हुए लाभार्थियों और जरूरतमंद परिवारों की प्राथमिकता के आधार पर पहचान, सरकार की सभी योजनाओं का संतृप्तीकरण एवं लाभों के लक्षित वितरण के लिए सभी विभागों का एकीकरण करना हैं।
उन्होंने बताया कि फैमिली आईडी प्रत्येक परिवार के लिए 12 अंको की एक विशिष्ट पहचान संख्या है, जिसमें परिवार के सदस्यों का विवरण दिया होगा। फैमिली आईडी डेटाबेस योजनाओं में पात्रता निर्धारित करने तथा लाभ से वंचित पात्र लाभार्थियों को लाभ देने के लिए केन्द्रीय भण्डार के रूप में कार्य करेगा। फैमिली आईडी एक स्वैच्छिक सेवा है, केवल वे परिवार जो उ0प्र0,केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओ का लाभ प्राप्त कर रहें है या लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें पंजीकरण कराने की आवश्यकता हो सकती हैं।
उन परिवारों का फैमिली आईडी कार्ड बनाया जाना है, जो राशन कार्ड धारक नहीं है। ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर ने प्रशिक्षण देते हुए बताया कि आवेदक द्वारा विभिन्न चरणों में स्वयं या सीएससी सेन्टर के माध्यम से इन प्रक्रियाओं के तहत बेवसाइट familyid.up.gov.in पर पंजीकरण किया जा सकता है तथा पंजीकरण के पश्चात लेखपाल एवं सचिव, ग्राम पंचायतों द्वारा सत्यापन किये जाने से सम्बन्धित सभी प्रक्रियाओं की विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर सभी एसडीएम-सभी खण्ड विकास अधिकारी ,सम्बन्धित लेखपाल, सभी सचिव उपस्थित रहे।