लखनऊ में दरोगा पर लगा छेड़खानी और रिश्वत लेने का आरोप, पीड़िता ने आलाधिकारियों से लगाई न्याय की गुहार
लखनऊ। विकासनगर थाने में इंस्पेक्टर महेश दुबे ने युवती से दोस्ती के बाद अवैध संबन्ध बनाने और अश्लील वीडियो बनाकर जुल्म ढहने का मामला ठंडा नहीं हो पाया था कि खाकी को शर्मसार करने वाला दूसरा मामला गोसाईगंज थानाक्षेत्र से उजागर हुआ है। जहां जेल चौकी पर फरियाद लेकर पहुंची महिला के साथ दरोगा ने छेड़खानी कर रिश्वत ली और पीड़िता के भतीजे की चौकी में लात-घूसों से पिटाई कर दी। इस सम्बन्ध में पीड़िता ने आलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है।
गोसाईंगंज थानाक्षेत्र की रहने वाली पीड़िता का आरोप है कि शनिवार की रात मारपीट के मामले में जेल चौकी इंचार्ज ने उसके भतीजे को पकड़ लिया था। पीड़िता को यह बात पता चली तो वह भतीजे को छुड़वाने के लिए जेल चौकी पहुंच गई। आरोप है कि चौकी प्रभारी ने पीड़िता के भतीजे को छोड़ने की बात कह कर उसे चौकी के अंदर बुलाया उससे अश्लील हरकत शुरु कर दी। विरोध किए जाने पर चौकी इंजार्च पीड़िता के भतीजे को जेल भेजने की धमकी देने लगा। मुंह बंद रखने और भतीजे को छोड़ने के लिए दरोगा 25 हजार रुपये की मांग करने लगा।
पीड़िता ने बताया कि आनन-फानन उसने 23 हजार रुपये दरोगा को दिए। बावजूद इसके दरोगा ने उसके भतीजे को नहीं छोड़ा। आरोप है कि दरोगा पीड़िता से अतिरिक्त 20 हजार रुपये की मांग करने लगा। हालांकि ,कुछ घंटे बाद पुलिस ने महिला के भतीजे को छोड़ दिया। इस सम्बन्ध में पीड़िता ने एक वीडियो जारी कर दरोगा के खिलाफ संगीन आरोप लगाए हैं। इसके पीड़िता ने डीसीपी साउथ को लिखित शिकायत दी है।
गोसाईंगंज प्रभारी निरीक्षक दीपक पांडे ने बताया कि महिला के लगाए गए आरोप है निराधार है। वह पहले भी कई पुलिसकर्मियों पर आरोप लगा चुकी है। एक मुकदमें के सम्बन्ध में पुलिस महिला के भतीजे को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए लाई थी। वहीं डीसीपी साउथ मनीषा सिंह ने बताया कि महिला की शिकायत को संज्ञान में लेकर जांच कराई जा रही है। दोषी पाए जाने पर दरोगा के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।