
- बीपीजी में राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर का पांचवा दिन
कसया, कुशीनगर। राष्ट्रीय सेवा योजना का स्वयंसेवक अहर्निश सेवाकार्य करता है। स्वयसेवक 24 घंटे कार्य करता है। स्वयंसेवक राष्ट्र के लिए जीता है। राष्ट्र के लिए मरता है। वह समाज का प्रकाश होता है। जिससे धरा प्रकाशित होती है। उपरोक्त बातें डॉ अनुज कुमार ने राष्ट्रीय सेवा योजना बुद्ध स्नातकोत्तर महाविद्यालय कुशीनगर द्वारा आयोजित सप्तदिवसीय विशेष शिविर के पांचवें दिन बौद्धिक सत्र में बोलते हुए कही। आपने रक्तदान के महत्व पर अपने विचार रखते हुए बताया कि एक स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान अवश्य करना चाहिए। बहुत सारी बीमारियां ब्लड डोनेशन करने से ठीक होती है क्योंकि हमारे संगठन शरीर में कुछ ऐसे टॉक्सिन है जो ब्लड के माध्यम से हमारे शरीर में प्रवाहित होते हैं।
मुख्य अतिथि डॉ विश्वम्भरनाथ प्रजापति ने बताया कि समाज में सम्मान के साथ जीने के लिए व्यक्ति की गरिमा को यथोचित सम्मान दिया जाना अति आवश्यक होता है। वही पर लोकतंत्र सफल है, जिसने हर व्यक्ति की गरिमा अक्षुण्ण रखी है। किसी भी व्यक्ति की जाति, धर्म, क्षेत्र, आर्थिक स्थिति, रंग, लिंग इत्यादि के कारण भेदभाव न करना। उसके साथ समानता का व्यवहार करना, उसकी गरिमा को सम्मान देना, मजबूत और परिपक्व लोकतंत्र में निर्माण के लिए एक आवश्यक तत्व है।किसी समाज की स्थिति के अनुसार ही उसके नागरिकों को विश्वभर में सम्मान मिलता है लेकिन राष्ट्रों की हैसियत के आधार पर उनके बीच भेद न करना उनकी गरिमा को मान देना है। संचालन मानसी प्रिया ने किया। आभार ज्ञापन प्रतिभा दुबे ने किया। शिविर में व्यवस्था बनाए रखने में प्रतिभा पाठक, आकाश, आदर्श, प्रियांशु तिवारी इत्यादि स्वयंसेवको का विशेष योगदान रहा।