लखनऊ में कांग्रेस, बसपा और आप के प्रत्याशियों की जमानत जब्त
13 में से 11 प्रत्याशी नहीं बचा पाए अपनी जमानत राशि, बडे़ बडे़ दावे करने वाले केजरी की टीम का निकाय चुनाव में सूपड़ा साफ

लखनऊ। बड़े-बड़े दावे करने वाले केजरीवाल की टीम का निकाय चुनाव में सूपड़ा साफ हो गया। सपा को छोड़ दें तो राजधानी में महापौर पद के लिए चुनाव मैदान में कांग्रेस, बसपा, आम आदमी पार्टी और निर्दलियों समेत 13 में से 11 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गयी। आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी अंजू भट्ट को महज 25,206 वोट मिले।
कांग्रेस की संगीता जायसवाल को 1,02,633 और बसपा की शाहीन बानो को 75,997 वोट मिलने के बाद भी जमानत नहीं बचा सकीं। जमानत जब्त होने से बचाने के लिए कुल पड़े मत के पांचवें हिस्से से ज्यादा वोट हासिल करना जरूरी होता है। लेकिन सपा प्रत्याशी वन्दना मिश्रा को 2,98,519 मत हासिल हुए।
उनको छोड़कर कोई भी अन्य दल और निर्दलीय प्रत्याशी अपनी जमानत नहीं बचा सके हैं। भाजपा प्रत्याशी सुषमा खर्कवाल सबसे आगे रहीं। उन्हें कुल पड़े 10,36,079 मतों में से 5,02,660 मत हासिल हुए। पडे़ मतों में बड़ा मार्जिन होने के नाते प्रत्याशियों की जमानतें नहीं बचीं।