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ठगा गया ७३५०० रुपए साइबर सेल ने पीड़ित को कराया वापस : सराहनीय
ख्वाजा एक्सप्रेस दैनिक समाचार पत्र पोर्टल सिद्धार्थ नगर । खाते का डिटेल व ओटीपी प्राप्त कर गूगल पे के माध्यम से आवेदिका के खाते से फ्राड हुए सम्पूर्ण धनराशि ₹ 73,500/- को साइबर सेल सिद्धार्थनगर पुलिस टीम ने कराया वापस* । अमित कुमार आनन्द, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर के आदेश के क्रम में जनपद सिद्धार्थनगर में अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत सिद्धार्थ, अपर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर के कुशल पर्यवेक्षण में प्रभारी साइबर सेल सुभाष यादव के नेतृत्व में साइबर सेल पुलिस टीम द्वारा श्रीमती ज्ञानमती देवी ग्राम करौदा खालसा थाना मिश्रौलिया जनपद सिद्धार्थनगर के खाते से फ्राड हुए धनराशि को कार्यवाही करते हुए श्रीमती ज्ञानमती देवी को ₹ 73,500/- वापस कराया । *घटना का संक्षिप्त विवरण-* आवेदिका श्रीमती ज्ञानमती देवी ग्राम करौदा खालसा थाना मिश्रौलिया जनपद सिद्धार्थनगर का किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा धोखे से खाते का डिटेल व ओटीपी लेकर अपने मोबाइल में G-Pay UPI बना लिया जिससे आवेदिका के खाते से ₹ 73,500/- निकाल लिये । आवेदिका को जैसे ही ज्ञात हुआ उक्त की सूचना साइबर सेल सिद्धार्थनगर को तथा साइबर पुलिस पोर्टल 1930 पर दी । उक्त शिकायत पर साइबर सेल की टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए दिनांक 17/05/2023 को आवेदिका के खाते में सम्पूर्ण धनराशि ₹ 73,500/- वापस कराया गया । साइबर टीम के उक्त सराहनीय कार्य के लिए आवेदिका द्वारा भूरि-भूरि प्रशंसा की गयी । *धनराशि बरामद कराने वाली साइबर पुलिस टीम*- 1-निरीक्षक सुबाष यादव, प्रभारी साइबर सेल जनपद सिद्धार्थनगर । 2- उप0 निरीक्षक हरिओम कुशवाहा, साइबर सेल जनपद सिद्धार्थनगर । 3- मुख्य आरक्षी अतुल चौबे साइबर सेल, जनपद सिद्धार्थनगर । 4- आरक्षी आशुतोष जायसवाल साइबर सेल, जनपद सिद्धार्थनगर । 5- आरक्षी शिवम् मौर्या साइबर सेल, जनपद सिद्धार्थनगर । *साइबर क्राइम से कैसे बचे*- 1–साइबर अपराधी आपकी निजी जानकारी इक्ट्ठा करते है और इसका उपयोग इंटरनेट पर आपकी झूठी पहचान बनाने में उपयोग कर सकते है। किसी भी सार्वजनिक साइट, ब्लॉग या सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी कभी भी साझा/शेयर न करें। जैसे कि आपकी सरकारी आईडी, पासवर्ड, बैंक खाता नम्बर, पिन इत्यादी। 2–ईमेल, मैसेजिंग ऐप या इन्सटैंट मैसेंजर पर प्राप्त लिंक्स पर क्लिक करने से पहले सावधान रहें और यदि आप उनकी सत्यता पर विश्वास नही करते, तो हमेशा भेजने वाले या उनकी आधिकारिक हेल्पलाइन से संपर्क करें। जैसे कि बैंक, दूरसंचार ऑपरेटर, बीमा कंपनी आदि। 3–अपने पासवर्ड को जटिल रखें ( अर्थात अक्षरों – जैसे a, b, c, संख्याओं। जैसे 1, 2, 3 और विशेष अक्षरों – जैसे @, #, % को मिलाकर पासवर्ड बनाये) और उसे किसी के साथ साझा न करें। विभिन्न साइटों/ऐप्स के लिए अलग-अलग पासवर्ड का प्रयोग करें। 4–वेब पेज पर अपनी जानकारी दर्ज करने से पहले, वेबसाइट के लिंक की जांच करें और यह सुनिश्चित करें कि वेब पता https (“s” से सुरक्षित) से शुरु होता है और एक बन्द ताले के निशान को भी देखें। 5–ऑनलाइन बैंकिंग या ऑनाइन लेनदेन करने के लिए कभी भी सार्वजनिक/ मुफ्त वाईफाई का उपयोग न करें। 6–साइबर अपराध होने पर सूचना तत्काल हेल्प लाईन नं0 1930 पर व पुलिस दें । 24 से 48 घंटे के अंतराल में आपके धन को वापस कराने की अधिक संभावना रहती है। 7-सिम ब्लाक/एक्सपायर का संदेश प्राप्त होने पर दिये गये नम्बरों पर वार्तालाप न करें। 8-फोन पर कैश रिवार्ड को अपने खाता में लेने के नाम पर अज्ञात व्यक्ति के बताये हुये नियमों का पालन न करें। 9-ओएलएक्स पर कोई भी वाहन/सामान खरीदने वाले व्यक्ति को बेंचने वाले व्यक्ति द्वारा यदि अपना कोई सरकारी आई-कार्ड/कैंटीन कार्ड डाला गया है तो उसे चेक कराने के बाद ही लेन-देन करें। 10-अधिक सहायता हेतु साइबर क्राइम सेल सिद्धार्थनगर के मो0न0 8181818200 एवं 9648868868 पर सम्पर्क करे। साइबर ठगों से सावधान!* *�� जानकारी और जागरूकता ही बचाव है ।
