लक्ष्मण नगरी में 26 से शुरू हो जाएंगी रामलीलाएं
- जयश्रीराम की गूंज से सराबोर हो जाएंगी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ
लखनऊ। लक्ष्मण की बसाई लखनपुरी में अब जय श्रीराम की गूंज सुनाई देगी। प्रभु श्रीराम की लोक पावन लीलाओं के दर्शन कराने वाली रामलीलाएं शहर में कहीं 25 से तो कहीं 26 से शुरू हो रही हैं। लीला मंच सज रहा है। लीलाओं के कार्यकर्ता इन दिनों मंचन की तैयारियाें में जुटे हैं। राजधानी की प्राचीन रामलीलाओं में से एक ऐशबाग रामलीला 26 को गणेश जन्म, आकाशवाणी, राम जन्म, विश्वामित्र का राम को ले जाना, ताड़का वध, मारी सुबाहु वध, अहिल्या उद्धार लीला शुरू होगी। यह जानकारी समिति के अध्यक्ष हरीश चंद्र अग्रवाल व महामंत्री आदित्य द्विवेदी ने दी। उन्होंने बताया कि 27 सितम्बर को फुलवारी लीला, जनक प्रतिज्ञा, धनुष यज्ञ, सीता स्वयंवर, परशुराम लक्ष्मण संवाद, राम जानकी विवाह, विदाई लीला होगी।
28 सितम्बर को बारात का अयोध्या प्रस्थान, राम राज्याभिषेक की घोषणा, दशरथ कैकई संवाद, राम वन गमन, प्रजा विद्रोह लीला होगी। 29 सितम्बर को निषादराज राम मिलन, केवट संवाद, सुमंत्र का वापस जाना, दशरथ विलाप, श्रवण कुमार कथा, दशरथ स्वर्ग गमन, कैकई भरत संवाद, मंथरा का महल से निष्कासन और कैकई परित्याग लीला होगी। 30 सितम्बर को कुटिया निर्माण, सीता स्वप्न दर्शन, भरत का वन प्रस्थान, निषादराज भरत संवाद, भरत राम मिलन, भरत का चरण पादुका लेकर वापस जाना, भरत का महल त्याग देना, नंदीग्राम गमन, कैकई भरत संवाद एवं कैकई मिलाप लीला होगी।
एक अक्टूबर को सूपनखा का राम के प्रति कामातुर होना, लक्ष्मण द्वारा नासिका विच्छेदन, सूपनखा का रावण के दरबार जाना, रावण मारीच संवाद, सीता हरण, जटायु वध, सीता खोज और जटायु राम संवाद लीला होगी। दो अक्टूबर को राम शबरी मिलन, राम हनुमान मिलन, राम सुग्रीव मिलन, अंगद तारा संवाद, बाली तारा संवाद, सुग्रीव बाली युद्ध, बाली वध, तारा विलाप लीला होगी। तीन अक्टूबर को अशोक वाटिका में रावण सीता संवाद, त्रिजटा सीता संवाद, राम लक्ष्मण संवाद, क्रोधित लक्ष्मण का सुग्रीव के पास जाना, सीता खोज, संपाती मिलन, हनुमान का लंका प्रस्थान, समुद्र लांघना, विभीषण हनुमान संवाद, रावण सीता संवाद, हनुमान सीता संवाद, अशोक वाटिका विध्वंस, अक्षय वध, हनुमान का ब्रह्मफांस में बंधना, रावण हनुमान संवाद और लंका दहन लीला होगी।
चार अक्टूबर को रामा दल में हनुमान का चूड़ामणि देना, दरबार से विभीषण का निष्कासन, राम विभीषण मिलन, विभीषण राज्याभिषेक, समुद्र पूजा, सेतुबंध स्थापना, रावण अंगद संवाद, युद्ध घोषणा, दुर्मुख वध, कुंभकरण रावण संवाद, कुंभकरण वध, नाग फांस, लक्ष्मण शक्ति, संजीवनी लाना व मेघनाथ वध लीला होगी। पांच अक्टूबर को विजयादशमी, मंदोदरी रावण संवाद, मेघनाथ वध, रावण वध एवं पुतला दहन और आतिशबाजी होगी।
छह अक्टूबर को भरत मिलाप शोभायात्रा ऐशबाग रामलीला परिसर से निकाली जायेगी, जो राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए वापस रामलीला परिसर पहुंचेगी, जहां पर भरत मिलाप और राम का राज्याभिषेक एवं बधाई गीतों संग लोकनृत्य की मनोरम प्रस्तुति होगी। उन्होनें बताया कि सात अक्टूबर को रामोत्सव- 2022 का समापन लवकुश लीला के साथ होगा। महामंत्री आदित्य द्विवेदी ने बताया कि यहां दृश्यों में वास्तविकता लाने के लिए स्क्रीन पर उनको दिखाया जाएगा। इन दिनों का कलाकार प्रदर्शन के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।