प्रत्यक्ष कर संग्रह वित्त वर्ष 2021-22 में 13.63 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा
- अग्रिम कर भुगतान 41 फीसदी बढ़ा, प्रत्यक्ष कर संग्रह में 48 फीसदी का इजाफा
नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर आई है। देश में वित्त वर्ष 2021-22 में अग्रिम कर भुगतान में 41 फीसदी की वृद्धि हुई है। इसके साथ ही व्यक्तिगत और कंपनी आय से कर संग्रह में 48 फीसदी का इजाफा हुआ है। आयकर विभाग ने गुरुवार को यह जानकारी दी है।
आयकर विभाग की ओर से जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में 16 मार्च, 2022 तक शुद्ध रूप से प्रत्यक्ष कर संग्रह 13.63 लाख करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले वित्त वर्ष 2020-21 की इसी अवधि में यह 9.18 लाख करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष कर संग्रह कोरोना महामारी के पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 के 9.56 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 35 फीसदी अधिक है।
विभाग के मुताबिक अग्रिम कर संग्रह 40.75 फीसदी बढ़कर 6.62 लाख करोड़ रुपये रहा है। इसकी चौथी किस्त जमा करने की अंतिम तिथि 15 मार्च, 2022 थी। वहीं, चालू वित्त वर्ष में कर वापसी (रिफंड) के तौर पर कुल 1.87 लाख करोड़ रुपये जारी हुए हैं। बयान के मुताबिक कर संग्रह में यह बढ़ोतरी कोरोना महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था में निरंतर जारी आर्थिक पुनरुद्धार को दर्शाता है।