
नई दिल्ली। फोर्ब्स की रियल-टाइम बिलियनेयर्स लिस्ट के मुताबिक, मुकेश अंबानी बुधवार को गौतम अडाणी को पछाड़कर एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए। खबर लिखे जाने तक अंबानी की नेटवर्थ $84.5 बिलियन जबकि अदाणी की नेटवर्थ $84.2 बिलियन थी। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में अदाणी समूह पर धोखाधड़ी का आरोप लगने के बाद अडाणी की नेटवर्थ $35 बिलियन तक घटी थी।
केंद्र सरकार की तरफ से पेश किए गए बजट के बीच जहां शेयर बाजार लगातार बढ़ा, वहीं भारत के अरबपतियों की संपत्ति में उतार चढ़ाव जारी है। ताजा जानकारी के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी 84.3 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में नौवें नंबर पर आ गए हैं, जबकि शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग के आरोपों के बीच गौतम अदाणी फिलहाल 83.9 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 10वें नंबर पर हैं। हालांकि, एक दिन पहले ही वह अमीरों की सूची में 11वें स्थान तक खिसक गए थे।
बजट 2023-24 पेश होने के बाद सेंसेक्स 1,000 अंक चढ़कर 60,552 पर जबकि निफ्टी 262.05 अंक चढ़कर 17,924 पर पहुंच गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का भाषण शुरू होने से पहले सेंसेक्स 450 अंक और निफ्टी 150 अंकों की बढ़त के साथ खुला था। नई कर व्यवस्था में आयकर छूट ₹5 लाख से बढ़ाकर ₹7 लाख कर दी गई है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में हुए खुलासे के बाद एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति में शुमार गौतम अदाणी को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। तीन दिन में उनके समूह की कंपनियों को 34 अरब डॉलर का घाटा हुआ था।
हिंडनबर्ग की हालिया रिपोर्ट में क्या है?
25 जनवरी को हिंडनबर्ग ने अदाणी ग्रुप के संबंध में 32 हजार शब्दों की एक रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट के निष्कर्ष में 88 प्रश्नों को शामिल किया। रिपोर्ट में दावा किया गया कि यह समूह दशकों से शेयरों के हेरफेर और अकाउंट की धोखाधड़ी में शामिल है। रिपोर्ट में कहा गया है कि तीन साल में शेयरों की कीमतें बढ़ने से अदाणी समूह के संस्थापक गौतम अदाणी की संपत्ति एक अरब डॉलर बढ़कर 120 अरब डॉलर हो गई है। इस दौरान समूह की 7 कंपनियों के शेयर औसत 819 फीसदी बढ़े हैं।