विधु विनोद चोपड़ा बोले- ‘जीरो से रीस्टार्ट’ बनी निराशा को देख
विधु विनोद चोपड़ा ने अपनी नई फिल्म “जीरो से रीस्टार्ट” के निर्माण के पीछे का कारण बताया और कहा कि यह फिल्म लोगों के चेहरों पर निराशा और उम्मीद की कमी को देखकर बनाई गई थी। उनका मानना है कि आजकल समाज में बहुत से लोग असफलताओं और कठिनाइयों से जूझ रहे हैं, और उन्हें यह फिल्म एक नई शुरुआत करने का अवसर देगी। चोपड़ा ने बताया कि फिल्म की कहानी उस भावना से प्रेरित है, जो उन्होंने खुद में महसूस की। इसके माध्यम से वह दर्शकों को यह दिखाना चाहते थे कि जीवन में किसी भी मोड़ पर, चाहे हालात जैसे भी हों, शुरुआत फिर से की जा सकती है।
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इसके साथ ही, चोपड़ा ने अपनी उम्र को लेकर भी एक मजेदार टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “मेरे अंदर एक पागलपन है, इसलिए मैं 72 साल का नहीं दिखता।” उनके अनुसार, जीवन में जुनून और पागलपन दोनों ही महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये व्यक्ति को न केवल काम करने की प्रेरणा देते हैं, बल्कि उसे हर दिन नए जोश और ऊर्जा के साथ जीने के लिए भी उत्साहित करते हैं। उनका यह बयान उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो उम्र और जीवन की कठिनाइयों को अपनी राह में रुकावट मानते हैं। चोपड़ा की यह सोच और दृष्टिकोण उनकी फिल्मों में भी दिखाई देती है, जो हमेशा समाज में बदलाव लाने और नई सोच को प्रोत्साहित करने की कोशिश करती हैं।