
हनी सिंह की इस आखिरी इच्छा ने उनके फैंस और परिवार के दिलों में एक गहरी छाप छोड़ी है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी मृत्यु के बाद, उनका अंतिम संस्कार उसी जगह किया जाए जहाँ उनके माता-पिता की मौजूदगी हो, ताकि उनका आत्मा हमेशा उनके पास रहे। हनी सिंह ने अपने जीवन के बारे में बात करते हुए कहा कि उनका हर कदम अपनी जड़ों से जुड़ा हुआ है, और यही कारण है कि उन्हें दिल्ली से इतनी गहरी लगाव है। उनके लिए यह शहर न केवल उनकी पहचान का हिस्सा है, बल्कि यहां से ही उन्होंने अपना करियर और जीवन की दिशा तय की है।
इसके अलावा, हनी सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि वह हमेशा अपने फैंस और परिवार के साथ बिताए गए वक्त को बहुत याद करते हैं। उनका मानना है कि किसी भी व्यक्ति की असली पहचान उसके घर और परिवार से ही बनती है। यह बयान न केवल उनके सादगी को दर्शाता है, बल्कि उनके परिवार और संस्कृति के प्रति उनकी सच्ची श्रद्धा को भी उजागर करता है।