जम्मू के कठुआ में सोमवार की देर रात सेना के काफिले पर एक आंतकी हमला हुआ। इस आतंकि हमले में 5 जवान शहीद हो गए और 5 जवानों के घायल होने की सूचना मिल रही है। आपको बता दें कि हमले में जो 5 जवान घायल हुए हैं, वो सभी उत्तराखंड के हैं। पांच जवानों के शहीद होने के बाद पूरे राज्य में शोक की लहर है। शहीदों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। वहीं राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख जताया है।
उत्तराखंड के 5 जवान शहीद
सोमवार की देर रात जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के माचेड़ इलाके में सेना की एक ट्रक पर आतंकियों ने हमला कर दिया। मिली जानकारी के मुताबिक आतंकी पहले से ही घात लगाकर बैठे थे और सेना के ट्रक के आते ही उसपर हमला कर दिया। इस आतंकी हमले में उत्तराखंड के 5 जवान शहीद हो गए। कठुआ में हुए आतंकी हमले में सूबेदार आनंद सिंह, हवलदार कमल सिंह, राइफलमैन अनुज नेगी, राइफलमैन आदर्श नेगी और नायक विनोद सिंह देश के लिए शहीद हो गए।
सीएम ने जताया दुख
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हमले पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘कठुआ, जम्मू कश्मीर में हुए कायराना आतंकी हमले के दौरान उत्तराखण्ड के पांच वीर-जवान वीरगति को प्राप्त हो गए। यह हम सभी प्रदेशवासियों के लिए अत्यंत पीड़ा का क्षण है क्योंकि हमने भाई और बेटा भी खोया है। हमारे रणबाँकुरों ने उत्तराखण्ड की समृद्ध सैन्य परंपरा का पालन करते हुए माँ भारती के चरणों में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। माँ भारती की रक्षा करते हुए आतंकवाद के विरुद्ध आपका यह सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।’ उन्होंने आगे लिखा, इस कायरतापूर्ण हमले के दोषी, मानवता के दुश्मन आतंकवादी किसी भी क़ीमत पर बख्शे नहीं जाएँगे और इनको पनाह देने वाले लोगों को भी इसके परिणाम भुगतने होंगे।
कठुआ, जम्मू कश्मीर में हुए कायराना आतंकी हमले के दौरान उत्तराखण्ड के पांच वीर-जवान वीरगति को प्राप्त हो गए। यह हम सभी प्रदेशवासियों के लिए अत्यंत पीड़ा का क्षण है क्योंकि हमने भाई और बेटा भी खोया है। हमारे रणबाँकुरों ने उत्तराखण्ड की समृद्ध सैन्य परंपरा का पालन करते हुए माँ भारती… pic.twitter.com/2KaKliDoHt
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 9, 2024
कठुआ में सर्च ऑपरेशन जारी
कठुआ जिले में सेना के गश्ती दल पर आतंकी हमला करने वाले आतंकवादियों को पकड़ने के लिए व्यापक जॉइंट सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। हालांकि इस हमले में पांच जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद से ही जमीन से लेकर आसमान तक तलाश अभियान चलाया जा रहा है। इसमें खोजी कुत्तों और ‘मेटल डिटेक्टर’ की मदद भी ली जा रही है। इस क्षेत्र में घने जंगलों में तलाश अभियान चलाया जा रहा है। सेना, पुलिस और सीआरपीएफ ने माचेडी, बदनोत, किंडली और लोहई मल्हार इलाकों में घेराबंदी की और तलाश अभियान शुरू किया।