HMPV (ह्यूमन मेटाप्नेयुमोवायरस) एक श्वसन तंत्र से संबंधित वायरस है, जो आमतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और इम्यून सिस्टम से कमजोर व्यक्तियों में गंभीर लक्षण उत्पन्न कर सकता है। हालांकि यह वायरस सामान्यतः सर्दी-खांसी, बुखार और सांस की समस्या जैसी हल्की बीमारियों का कारण बनता है, लेकिन कभी-कभी यह निमोनिया और ब्रोंकाइटिस जैसी गंभीर स्थितियों का कारण भी बन सकता है। भारत में इसके दो मामलों के सामने आने के बाद, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इसकी फैलाव की संभावना को लेकर चेतावनी दी है।
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HMPV के लक्षण COVID-19 के समान हो सकते हैं, जैसे बुखार, खांसी, गले में खराश, सांस की तकलीफ, आदि, जिससे इसे आसानी से अन्य श्वसन संक्रमणों से भ्रमित किया जा सकता है। वर्तमान में इस वायरस का कोई विशेष उपचार नहीं है, लेकिन समय पर इलाज और सावधानी बरतने से इसके असर को नियंत्रित किया जा सकता है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि जनता को HMPV और इसके संभावित प्रभावों को लेकर जागरूक रहना चाहिए, ताकि इसका प्रसार रोका जा सके और लोगों को समय रहते इलाज मिल सके।