केरला के वायनाड जिले में भारी बारिश से मंगलवार तड़के भीषण लैंडस्लाइड हो गया है। लैंडस्लाइड की कई घटनाओं में मलबे में दबने से 43 लोगों की मौत हो गई है। इस घटना में बड़े पैमाने पर नुकसान का अंदेशा है। वायनाड के मेप्पाडी, मुबदक्कई और चूरल मला पहाड़ियों पर लैंडस्लाइड हुआ है। अधिकारियों के मुताबिक, पहला लैंडस्लाइड मुबदक्कई में रात करीब 1 बजे हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि अगला लैंडस्लाइड चूरल माला में सुबह 4 बजे हुआ। उस समय वहां बचाव अभियान चल रहा था। कैंप के तौर पर काम करने वाला एक स्कूल, एक घर, एक स्कूल बस सभी कथित तौर पर बाढ़ में डूब गए और कीचड़ व पानी से भर गए।
पुल ढहने से 400 परिवार फंसे
रिपोर्ट के मुताबिक, चूरल माला शहर में एक पुल के ढहने के बाद 400 से ज्यादा परिवार फंसे हुए हैं। कई लोगों के घायल होने की खबर है और कई घर बह गए हैं। पूरे क्षेत्र में बिजली गुल होने के कारण नुकसान का आंकलन फिलहाल नहीं लग पाया है।
रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटीं सरकारी एजेंसियां
केरल सरकार एक्शन में आ गई है। मुख्यमंत्री पी विजयन ने कहा कि सभी सरकारी एजेंसियां रेस्क्यू ऑपरेशन में लगा दी गई है। बताया जा रहा है कि हालात और बिगड़ सकते हैं। घटना की जानकारी होने के बाद से ही सरकारी तंत्र बचाव कार्य में जुट गया है। कई मंत्री वायनाड पहुंचेंगे और गतिविधियों का नेतृत्व करेंगे। बचाव कार्य के लिए कन्नूर डिफेंस सिक्योरिटी कोर की दो टीमें जल्द ही घटनास्थल पर पहुंचेंगी। वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर 7:30 बजे सुलूर से उड़ान भरेंगे।
इमरजेंसी नंबर जारी किए गए
केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय ने जानकारी दी कि वायनाड जिले में भूस्खलन सहित बारिश के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग-राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक नियंत्रण कक्ष खोला है। आपातकालीन सहायता के लिए 9656938689 और 8086010833 नंबर जारी किए गए हैं।
भारी बारिश की चेतावनी
इस बीच, मौसम विभाग ने अगले तीन घंटे के दौरान केरल के मलप्पुरम और कन्नूर जिलों के लिए चेतावनी जारी की है। अगले तीन घंटे के दौरान केरल के कोल्लम, अलप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, त्रिशूर और मलप्पुरम जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है।