गोवा में सोमवार से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है और इससे पहले विपक्षी दल कांग्रेस ने अपने पांच विधायकों को अज्ञात स्थान पर भेज दिया है। पार्टी के पांच अन्य विधायकों से पहले ही संपर्क नहीं हो पा रहा है। कांग्रेस के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी। खास बात है कि बिगड़ते सियासी हाल के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुकुल वासनिक को गोवा भेजा था।
पार्टी की गोवा इकाई के अध्यक्ष अमित पाटकर ने बताया कि पार्टी सत्र शुरू होने से पहले विपक्ष के नए नेता के नाम की घोषणा करेगी। सोमवार सुबह तक कांग्रेस के 11 विधायकों में से पांच विधायक पार्टी के साथ थे, वहीं पांच अन्य विधायकों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। विधायक एलेक्सो सिकेरा अपने घर पर हैं और उन्होंने पार्टी को समर्थन देने की घोषणा की है।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने इस बात की पुष्टि की पांच विधायकों को किसी अन्य स्थान पर ले जाया गया है। उन्होंने कहा कि ये विधायक पार्टी के साथ ही हैं और उन्हें पार्टी को आगे बंटने से बचाने के लिए अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है। उन्होंने कहा, ” वे विधायक सत्र में शामिल होने के लिए विधानसभा में आएंगे।”
गौरतलब है कि गोवा में विपक्षी दल कांग्रेस ने रविवार को कहा था कि राज्य में उसके 11 में से पांच विधायकों से संपर्क नहीं हो पा रहा है और उसने अपने दो विधायकों माइकल लोबो और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर पार्टी के खिलाफ ”साजिश” रचने का आरोप लगाया।
यह घटनाक्रम इन अटकलों के बीच सामने आया है कि 40 सदस्यीय सदन में कांग्रेस के कुछ विधायक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो सकते हैं। गोवा में यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ आया है, जब हाल में पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में सत्तारूढ़ शिवसेना के कुछ विधायकों के बागी हो जाने के कारण महा विकास आघाड़ी सरकार गिर गई।