
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के काफिले को अलीगढ़ में उस समय रोका गया जब कुछ प्रदर्शनकारी काले झंडे लेकर उनके विरोध में उतर आए। यह घटना उस वक्त हुई जब अखिलेश यादव एक जनसभा को संबोधित करने के लिए शहर में दाखिल हो रहे थे।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि वे सरकार और विपक्ष दोनों की नीतियों से नाराज़ हैं। उनका आरोप है कि आम जनता की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा। इसी नाराज़गी को दिखाने के लिए उन्होंने काले झंडों के साथ विरोध जताया।
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पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए तुरंत कार्रवाई की और कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। हालांकि, किसी तरह की हिंसा या बड़ी झड़प की सूचना नहीं है। प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया है और पूरे इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
अखिलेश यादव ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोकतंत्र में विरोध का अधिकार सबको है, लेकिन विरोध का तरीका शांतिपूर्ण और गरिमापूर्ण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा से लोकतांत्रिक मूल्यों की पक्षधर रही है।