केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि चीनी घुसपैठ से संबंधित मामलों पर संसद में चर्चा नहीं की जा सकती क्योंकि यह देश की सुरक्षा से जुड़ा है। सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को हुई सर्वदलीय बैठक में मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी ने चीनी घुसपैठ का मुद्दा उठाया और संसद में चर्चा कराने की मांग की।
सूत्रों ने कहा, ‘इस पर सरकार ने यह कहते हुए जवाब दिया कि कुछ मामलों पर सदन में चर्चा नहीं की जा सकती क्योंकि यह सुरक्षा से जुड़े हैं। हालांकि, पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, ‘आज सर्वदलीय बैठक में 37 दलों के 27 नेताओं ने हिस्सा लिया। आज की बैठक अच्छी रही। मैं सदन को अच्छी तरह से चलाने के लिए विपक्ष का सहयोग चाहता हूं। हम सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा, ‘आज सर्वदलीय बैठक में 37 दलों के 27 नेताओं ने हिस्सा लिया। आज की बैठक अच्छी रही। मैं सदन को अच्छी तरह से चलाने के लिए विपक्ष का सहयोग चाहता हूं। हम सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं।’
बैठक के बाद बीजद सांसद सस्मित पात्रा ने कहा, महिला आरक्षण विधेयक इस सत्र में बीजद के लिए प्राथमिकता होने जा रहा है। हम विधेयक को पारित कराने पर जोर दे रहे हैं। हम समान विचारधारा वाले दलों के साथ आम सहमति भी बनाएंगे ताकि सरकार पर यह सुनिश्चित करने के लिए दबाव बनाया जा सके कि विधेयक पारित हो।
कई विपक्षी दलों ने उद्योग पति गौतम अडानी से संबंधित शेयर बाजार का हालिया मामले सहित महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया। सांसदों ने सरकार से इस मामले पर चर्चा कराने को कहा, क्योंकि यह देश की अर्थव्यवस्था से जुड़े मामले हैं।संसद भवन परिसर में हुई बैठक में सदन के उपनेता राजनाथ सिंह, संसद मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी, सदन के नेता प्रह्लाद जोशी, संसदीय कार्य राज्य मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन, राम मेघवाल और वी मुरलीधरन मौजूद थे।