जेल से बाहर आई आजम खान की पत्नी ताजीन फातिमा, समर्थकों की जुटी भीड़, फातिमा ने कोर्ट को कहा धन्यवाद
रामपुर: छह महीने से अधिक समय तक जेल में बिताने के बाद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की पत्नी पूर्व सांसद डॉ. ताजीन फातिमा बुधवार को दोपहर बाद रामपुर जिल जेल से रिहा हो गई. रामपुर के एमपी एमएलए कोर्ट की ओर से पूर्व विधायक बेटे अब्दुल्लाह आजम खान के दो अलग-अलग जन्म प्रमाण पत्र के मामले में सजा सुनाए जाने के बाद 18 अक्टूबर 2023 से वह रामपुर जेल में बंद थी. फिलहाल आजम खान सीतापुर जेल में और अब्दुल्ला आजम खान हरदोई की जेल में बंद हैं.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने शुक्रवार को दिग्गज सपाई आजम खान, उनके बेटे अब्दुल्लाह आजम खान और पत्नी डॉ. ताजीन फातिमा की जमानत मंज़ूर की थी. हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद बुधवार को फातिमा जेल से बाहर निकलकर खुली हवा में सांस ली. लेकिन आजम खान, अब्दुल्ला आजम खान को अन्य मामलों में जमानत नहीं मिलने के चलते जेल से रिहा नहीं हुए.
6 महीना 11 दिन जेल में बिताकर जब सलाखों के पीछे से बाहर निकली डॉक्टर ताजीन फातिमा ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि, नाइंसाफी की हार हुई है, और कोर्ट से कहीं ना कहीं इंसाफ जिंदा है, और इंसाफ मिला है.
आजम खान और अब्दुल्ला आजम अभी जेल में हैं उनके बारे क्या कहना चाहती हैं?, इस पर ताजीन फातिमा ने कहा कि, देखिए हमें जो सजा दी गई हैं, वह एक सुनियोजित षडयंत्र किया गया, जिसमें सभी लोग बराबर से शामिल रहे हैं. यानी कि पुलिस, प्रशासन और सरकार यहां तक कि मुझे मीडिया से भी शिकायत है कि उन्होंने कभी सच्चाई को सामने लाने की कोशिश नहीं की.
फातिमा से जब पूछा गया कि, डूंगरपुर मामले में आजम खान को दोषी करार दिया है ? इस पर ताजीन ने कहा कि, मैं यह कहना चाहूंगी कि डूंगरपुर में जो मकान बनवाए गए, वह सरकारी जमीन पर बनवाए गए और सरकारी पैसे से बनाए गए और सरकार ने बनाए हैं, उसमें आजम खान साहब या मेरा या किसी का कोई लेना-देना नहीं है.
अपनी रिहाई को इंसाफ मानने के सवाल पर ताजीन ने कहा कि, देखिए इंसाफ की शुरुआत तो है ही. यह पूछे जाने पर की समर्थकों से क्या कहना चाहेंगे इस पर ताजीन फातिमा ने कहा कि समर्थकों से यही कहना चाहूंगी कि आखिर सच्चाई की जीत तो होती ही है.