
नई दिल्ली: साल 2019 के दिसंबर में चीन में कोरोना का पहला केस सामने आया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत दुनियाभर को लगा था कि यह कोई सामान्य वायरस होगा। कुछ समय बाद इस पर काबू पा लिया जाएगा। चीन ने भी इस मामले में तम जानकारियों पर पर्दा डाले रखा और दुनिया को इससे अनजान रखा। लेकिन कुछ समय बाद ही इस वायरस ने ऐसा तांडव मचाया कि सब कुछ तबाह हो गया। दुनिया रुक सी गई। लोग घरों में कैद हो गए। दुम्नियाभर में लॉकडाउन लगा दिया गया। करोड़ों लोगों की जान गई और लगभग हर एक इंसान कोरोना वायरस से संक्रमित हुआ।
सब वैरिएंट JN-1 ने डराया
इसके बाद इसकी वैक्सीन बनी लेकिन इतना तय हो गया कि अब हमें कोरोना वायरस के साथ ही जीना पड़ेगा। समय-समय पर इसके नए सब वैरिएंट आते गए और तबाही मचाते गए। अब फिर से कोरोना का एक नया सब वैरिएंट JN-1 सामने आया है। इससे लोग संक्रमित हो रहे हैं और मौत भी हो रही है। यह नया वैरिएंट JN-1 दुनिया के 40 देशों में फैसल चुका है और भारत में अब तक इसके 25 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। इसके साथ ही भारत में पिछले 2 हफ़्तों में कोरोना से 16 लोगों की मौत हुई है। हालांकि इनमें अधिकतर लोग डायबिटीज और हार्ट प्रॉब्लम जैसी दूसरी बीमारियों से भी जूझ रहे थे।