चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज कहा कि सरकार मुद्दों पर चर्चा से भाग रही है इसीलिए सिर्फ तीन दिन का विधानसभा सत्र बुलाया गया है। हुड्डा की अध्यक्षता में आज यहां कांग्रेस विधायक दल की हुई बैठक में शुक्रवार से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।
उन्होंने कहा कि सरकार मुद्दों पर चर्चा से भाग रही है इसीलिए सिर्फ तीन दिन का विधानसभा सत्र बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी सदन में बाढ़, मुआवजा, बेरोजगारी, सीईटी, कानून व्यवस्था और नूंह हिंसा समेत अनेक मुद्दे उठाएगी। इसके लिए अलग-अलग विधायकों की ड्यूटी लगाई गई है।
उन्होंने कहा कि सत्र में कानून व्यवस्था, नूंह हिंसा और बाढ़ से हुए नुकसान, सरकार के कूप्रबंधन, बेरोजगारी, सीईटी पेपर धांधली, परिवार पहचान पत्र की परेशानियां, कर्मचारियों और क्लर्कों का वेतनमान, शिक्षा की स्थिति, प्रोपर्टी आईडी धांधली, सरस्वती नदी, दलितों पर अत्याचार, बाजरा फसल नुकसान, बाढ़ मुआवजा, सहकारी ऋण, खाद्य बिक्री, आयुष्मान योजना घोटाला, फसल बीमा धांधली तथा शामलात और जूमला मालकान आदि जमीन को पंचायतों के नाम करने जैसे मुद्दों पर चर्चा हेतु ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिए गए हैं।
इसके अलावा तमाम विधायक अपने-अपने क्षेत्र के विभिन्न मुद्दे शून्यकाल और प्रश्न काल में उठाएंगे। बैठक में पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और प्रदेशाध्यक्ष दयभान भी मौजूद थे। हुड्डा ने कहा कि सरकार ने अब तक बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा नहीं दिया है। कांग्रेस विधायक सदन में इस मुद्दे को उठाएंगे और बाढ़ से किसानों, मकानों और दुकानों को हुए नुकसान के लिए मुआवजे की मांग करेंगे।
उन्होंने कहा कि नूंह हिंसा को लेकर कांग्रेस पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग कर रही है। उन्होंने कहा कि करनाल में प्रस्तावित जन मिलन समारोह 11 के बजाय 10 सितम्बर को होगा। इससे पहले हिसार में हुए ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भी उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया। पार्टी इसी शिद्दत के साथ जनसम्पर्क के कार्यक्रम जारी रखेगी। अब पार्टी जिला स्तरीय और उसके बाद सभी 90 हल्कों में कार्यक्रम करेगी।