जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के 15 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी हो गई है। बीजेपी ने पुरानी लिस्ट में संशोधन के बाद यह नई लिस्ट जारी की है। इससे पहले बीजेपी ने 44 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी लेकिन कुछ ही देर बाद इसे वापस ले लिया गया। इसमें बदलाव करके बीजेपी ने इस बार पहली लिस्ट में सिर्फ 15 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है।
किसे कहां से मिला टिकट?
क्र. | विधानसभा का नाम | उम्मीदवार का नाम |
1. | पाम्पोर | सैयद शौकत गयूर अंद्राबी |
2. | राजपोरा | अर्शीद भट्ट |
3. | शोपियां | जावेद अहमद कादरी |
4. | अनंतनाग पश्चिम | मोहम्मद रफीक वानी |
5. | अनंतनाग | अधिवक्ता सैयद वजाहत |
6. | श्रीगुफवाड़ा बिजबेहरा | सोफी यूसुफ |
7. | शानगुस अनंतनाग पूर्व | वीर सराफ |
8. | इन्दरवल | तारिक कीन |
9. | किश्तवाड़ | शगुन परिहार |
10. | पाडेर-नागसेनी | सुनील शर्मा |
11. | भदरवाह | दलीप सिंह परिहार |
12. | डोडा | गजय सिंह राणा |
13. | डोडा पश्चिम | शक्ति राज परिहार |
14. | रामबाण | राकेश ठाकुर |
15. | बनिहाल | सलीम भट्ट |
4 अक्टूबर को आएंगे नतीजे
90 विधानसभा सीटों वाले जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होने है। पहले चरण के लिए वोटिंग 18 सितंबर को 24 सीटों पर होगी। पहले फेज के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 27 अगस्त है ऐसे में आज जम्मू-कश्मीर पर बीजेपी की पहली लिस्ट आ सकती है। दूसरे चरण की वोटिंग 25 सितंबर को है, उस दिन 26 सीटों पर वोट डाले जाएंगे और तीसरे और आखिरी चरण की वोटिंग एक अक्टूबर को होगी। तीसरे चरण में सबसे ज्यादा 40 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। मतों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी।
जम्मू कश्मीर में इस बार दिलचस्प मुकाबला
इस बार जम्मू कश्मीर के चुनाव में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलने वाला है। एक तरफ जहां बीजेपी अकेले सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है तो कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन किया है। महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी भी फिलहाल अकेले ही मैदान में है जबकि इस बार पहली बार आम आदमी पार्टी भी जम्मू कश्मीर चुनाव में किस्मत आजमा रही है।
2014 में हुए थे पिछले चुनाव
इससे पहले जम्मू-कश्मीर में 2014 में विधानसभा चुनाव हुए थे। तब यह राज्य केंद्र शासित प्रदेश नहीं था। उस चुनाव में पीडीपी ने 28 सीटें, भारतीय जनता पार्टी ने 25 सीटें, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 15 सीटें और कांग्रेस ने 12 सीटें जीती थीं। बाद में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) और भाजपा ने मिलकर सरकार बनाई थी।