कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों की रोकथाम के उद्देश्य से भारत सरकार ने नए दिशानिर्देश जारी कर दिए है। नए दिशा निर्देशों के मुताबिक चीन समेत कई देशों से आने वाले यात्रियों के लिए थर्मल स्क्रीनिंग और टेस्ट में तेजी लाने के निर्देश दिए गए है। आने वाले दिनों में सरकार इन देशों से आने वाले यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य कर सकती है।
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर कहा जा रहा है कि आने वाले 40 दिनों में भारत में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा सकती है। जानकारी के मुताबिक सरकार ने चीन, जापान, दक्षिण कोरिया जैसे देशों से आने वाले यात्रियों के लिए एयर सुविधा फॉर्म की फैसिलिटी शुरू करेगी। वहीं 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर की रिपोर्ट लाना भी यात्रियों के लिए अनिवार्य होगा।
इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अगर इन दिनों किसी तरह की लहर देखने को मिलती है तो भी घबराने की आवश्यकता नहीं होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि नई लहर आने की स्थिति में भी मृत्यु दर काफी कम रहने वाली है। वहीं मरीजो के अस्पताल में भर्ती होने की संभावना भी काफी कम रहेगी। इससे पहले देखा गया है कि पूर्वी एशिया में किसी लहर के आने के 30-35 दिनों में भारत में लहर की स्थिति आती है। ऐसे में इस बार भी भारत चीन में आई लहर के बाद पहले से सतर्क हो गया है।
गौरतलब है कि इन दिनों कोरोना वायरस चीन में काफी तेजी से फैल रहा है। वहीं भारत में कोरोना वायरस को लेकर स्थिति काफी अलग है क्योंकि यहां बड़ी संख्या में लोग कोरोना वायरस के संपर्क में आए है। भारत की अधिकतर आबादी को टीका लगाया जा चुका है जबकि चीन में ऐसे हालात नहीं है। आकड़ों के मुताबिक बीते दो दिनों में 6000 से भी अधिक विदेशी यात्रियों का टेस्ट किया गया है जिसमें से 39 सकारात्मक पाए गए है।