महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान घायल लोगों से मिले CM मोहन यादव, मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
उज्जैन। उज्जैन के महाकाल में आज (25 मार्च) भस्म आरती के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। सुबह-सुबह भस्म आरती के दौरान आग की चपेट में आने से पांच पुजारी समेत 14 लोग झुलस गए। गुलाल उड़ाते समय आग की लपटें तेज हो गई और वहां मौजूद पुजारी इसकी चपेट में आ गए। सभी घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस घटना पर गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताया।
उन्होंने आग में झुलसे लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। अमित शाह ने बताया कि उन्होंने घटना के आलोक में मुख्यमंत्री मोहन यादव से बात की और सीएम ने जानकारी दी कि घायलों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है।
सीएम महान यादव और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय इंदौर के अस्पताल में घायलों से मिलने पहुंचे।
मुख्य पुजारी संजय गुरु भी घायल
कुल 14 लोग आग की चपेट में आए हैं। फिलहाल सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। इसके अलावा चार लोगों को इंदौर रेफर किया गया है। घायलों में मुख्य पुजारी संजय गुरु भी शामिल हैं, जो भस्म आरती की अध्यक्षता कर रहे थे।
मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए
इस बीच, उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि उन्होंने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं और जांच समिति से तीन दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, घटना की जांच मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मृणाल मीना और अपर कलेक्टर उज्जैन अनुकूल जैन द्वारा की जाएगी।
मुख्यमंत्री के बेटे और बेटी भी मंदिर में थे मौजूद
सीएम मोहन यादव के बेटे और बेटी भी महाकाल मंदिर में मौजूद थे। वह दोनों भस्मारती में शामिल होने के लिए गए थे। दोनों सुरक्षित बताए जा रहे हैं। वहीं, कलेक्टर नीरज सिंह ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही उन्होंने एक कमेटी बनाने का भी निर्देश दिया है।
सीएम ने की आर्थिक मदद की घोषणा
इसके साथ ही सीएम ने घायलों के उपचार के लिए एक-एक लाख की सहायता देने की घोषणा की है। सभी घायलों के इलाज का पूरा खर्च मध्य प्रदेश सरकार उठाएगी।