अंबिकापुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह देश में धर्म के आधार पर आरक्षण लागू करना चाहती है। प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को अंबिकापुर में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ”जब कांग्रेस का घोषणापत्र आया तब से मैं कह रहा हूं कि कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग की छाप है।
जब संविधान बन रहा था तब काफी चर्चा और विचार के बाद बाबा साहब अंबेडकर के नेतृत्व में यह तय किया गया था कि भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा। आरक्षण होगा तो मेरे दलित भाई बहनों के लिए, मेरे आदिवासी भाई बहनों के लिए होगा। लेकिन धर्म के नाम पर आरक्षण नहीं होगा। लेकिन वोट बैंक की भूखी कांग्रेस ने कभी इन महापुरुषों की बातों की परवाह नहीं की, संविधान की पवित्रता की बात नहीं की, बाबा साहब अंबेडकर के शब्दों की परवाह नहीं की।”
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया, ”कांग्रेस ने बरसों पहले आंध्र प्रदेश में धर्म के आधार पर आरक्षण देने का प्रयास किया था। कांग्रेस ने इसे पूरे देश में लागू करने की योजना बनाई थी। इन लोगों ने धर्म के आधार पर 15 फीसदी आरक्षण की बात कही थी और यह भी कहा था कि एससी, एसटी, ओबीसी का कोटा है उसमें से कम करके धर्म के आधार पर कुछ लोगों को आरक्षण दिया जाए।”
उन्होंने कहा, ”2009 के अपने घोषणापत्र में कांग्रेस ने यही इरादा भी जताया और 2014 के कांग्रेस के घोषणापत्र में भी इन्होंने साफ-साफ कहा था कि वह इस मामले को कभी भी छोड़ेंगे नहीं। मतलब धर्म के आधार पर आरक्षण देंगे। यदि दलितों का, आदिवासियों का आरक्षण कट करना पड़े तो करेंगे। कई साल पहले कांग्रेस ने कर्नाटक में धर्म के आधार पर आरक्षण भी लागू कर दिया था।
जब वहां भाजपा सरकार आई तब हमने संविधान के विरुद्ध, बाबा साहब अंबेडकर की भावना के विरुद्ध कांग्रेस ने जो निर्णय किया था उसे उखाड़ कर फेंक दिया।’’ प्रधानमंत्री ने कहा,‘‘ लेकिन कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने एक और पाप किया। मुस्लिम समुदाय में जितनी भी जातियां हैं, सबको उन्होंने ओबीसी कोटे में डालकर ओबीसी बना दिया। यानी जो हमारे ओबीसी समाज को लाभ मिलता था उसका बड़ा हिस्सा कट गया।
वहां कांग्रेस ने सामाजिक न्याय का अपमान किया, उसकी हत्या की, यहां तक की धर्म निरपेक्षता की हत्या की। कर्नाटक का यही मॉडल कांग्रेस पूरे देश में लागू करना चाहती है। कांग्रेस संविधान बदलकर एससी, एसटी, ओबीसी का हक अपने वोट बैंक को देना चाहती है।” उन्होंने सभा में मौजूद जनता से कहा कि यदि उनके आरक्षण की कोई रक्षा कर सकता है तो सिर्फ भारतीय जनता पार्टी ही कर सकती है।
इसलिए वह भारतीय जनता पार्टी को भारी समर्थन दें। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर यह भी आरोप लगाया कि वह सत्ता में आने के बाद देश में इनहेरिटेंस टैक्स (विरासत कर) लागू करने की योजना बना रही है। मोदी ने हाल ही में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के अमेरिका के शिकागो में कथित तौर पर विरासत कर की पैरवी वाले बयान को लेकर कहा, ”कांग्रेस की नजर सिर्फ आपके आरक्षण पर ही है, ऐसा नहीं है। कांग्रेस की नजर आपकी कमाई पर आपके मकान, दुकान खेत, खलिहान पर भी है।
कांग्रेस के शहजादे का कहना है कि यह देश के हर घर, हर अलमारी, हर परिवार की संपत्ति का एक्सरे करेंगे…..कांग्रेस पार्टी के खतरनाक इरादे एक के बाद एक खुलकर सामने आ रहे हैं।’’ उन्होंने सैम पित्रोदा के संदर्भ में कहा, ‘‘ शाही परिवार के शहजादे के सलाहकार, उनके पिताजी के भी सलाहकार थे जिनकी बात यह परिवार मानता है। कांग्रेस ने कहा था कि देश का मध्यम वर्ग जो मेहनत करके कमाते हैं उन पर ज्यादा टैक्स लगना चाहिए। अब यह लोग उससे भी एक कदम आगे चले गए हैं।
अब कांग्रेस का कहना है कि अब वह इनहेरिटेंस टैक्स लगाएगी। माता-पिता से मिलने वाली विरासत पर भी टैक्स लगेगा। आप अपनी मेहनत से संपत्ति बनाते हैं वह आपके बच्चों को नहीं मिलेगी। उसे कांग्रेस सरकार का पंजा आपसे छीन लेगा।” उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ”कांग्रेस का मंत्र है- कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी।” प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास सत्ता के लालच में देश को नष्ट करने का रहा है और कांग्रेस हिंसा फैलाने वालों का समर्थन करती रही है।
उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि अगर भारत शक्तिशाली हो गया तो कुछ ताकतों का खेल बिगड़ जाएगा। अगर भारत आत्मनिर्भर बन गया तो कुछ ताकतों की दुकानें बंद हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि इसलिए वे ताकतें कांग्रेस और इंडी गठबंधन की कमजोर सरकार चाहती हैं।