लखनऊ। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में हिन्दी दिवस पर विशेष समारोह का आयोजन किया गया। इसमें हिंदी पखवाड़ा का उद्घाटन समारोह मनाया भी मनाया गया। परिसर के निदेशक प्रोफेसर सर्वनारायण झा ने अध्यक्षीय समारोह की शुरुआत की गई। उन्होंने कहा कि कोई ऐसी जगह नहीं है, जहां पर लोग हिंदी ना बोलते हो। इसका प्रमुख कारण रहा है रामानंद सागर द्वारा विरचित रामायण तथा महाभारत। उन्होंने बताया कि जब टेलीविजन पर रामानंद सागर रामायण का दौर चला, तो कोई ऐसा स्थान नहीं था जहां पर लोग टेलीविजन में रामायण न देख रहे हो, उस समय रामायण शो के समय सड़कों पर लोग नहीं दिखाई पड़ते थे सब टेलीविजन के सामने होते थे।
विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉक्टर संध्या त्रिपाठी ने हिंदी के उत्कर्ष के बारे में विस्तार से चर्चा की तथा मुख्य अतिथि के रूप में डॉक्टर संजय मिश्रा ने हिंदी का प्रारंभ तथा विकास के बारे में अनेक कवियों के विचारों को प्रस्तुत किया, स्वागत भाषण डॉक्टर शेषमणि शुक्ल धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर धर्मेंद्र पाठक तथा संचालन डॉक्टर शिवानन्द मिश्र के द्वारा किया गया।