काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में डीन को छात्र ने पीटा, निलंबित चल रहा है आरोपी
वाराणसी: रविवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University) में एक डीन को थप्पड़ मारने का मामला सामने आया है. डीन की एक छात्र ने पिटाई की है. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. इस मामले के बाद विश्वविद्यालय के शिक्षकों में काफी आक्रोश है. वहीं इस घटना का विरोध भी शुरू हो गया है. छात्र की इस हरकत की शिकायत विश्वविद्यालय के प्रॉक्टोरियल बोर्ड में शिकायत की गई है. इसके बाद उस छात्र पर कार्रवाई की जा सकती है. टीचर पर इस तरह से हमला करने के मामले में तूल पकड़ लिया है. छात्र पर पहले भी कार्रवाई की गई है.
बताया जा रहा है कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की कॉमर्स फैकल्टी के डीन प्रो. गुलाब चंद्र राम जायसवाल मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. वह बिड़ला हॉस्टल के पीछे के एरिया में टहल रहे थे. इसी दौरान एक छात्र वहां पहुंचा और उन पर हमला (Kashi Hindu University student beaten Dean) कर दिया. मिली जानकारी के मुताबिक छात्र ने प्रो. जायसवाल को थप्पड़ मारे और उनकी पिटाई कीृ. इसके बाद उन्हें काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर में इलाज के लिए ले जाया गया. वहां पर उनका सीटी स्कैन किया गया.
पहले से निलंबित चल रहा आरोपी छात्र: विश्वविद्यालय प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक जिस छात्र ने प्रो. गुलाब चंद्र राम जायसवाल की पिटाई की है वह पहले से ही निलंबित चल रहा है. उसे प्रशासन ने विश्वविद्यालय से निलंबित कर दिया था. इतना ही नहीं उसके निलंबन के खत्म होने के कुछ ही दिन बचे थे, जिससे पहले उसने फिर से यह कारनामा कर दिया है. वहीं अपने साथ हुई इस घटना (Dean Professor Gulab Chandra Ram Jaiswal beaten) की शिकायत प्रो. जायसवाल ने विश्वविद्यालय के प्रॉक्टोरियल बोर्ड में की है. इसके बाद आरोपी छात्र पर एक बार फिर कार्रवाई की जा सकती है. विश्वविद्यालय प्रशासन उसके निलंबन पर कोई बड़ा फैसला ले सकता है.
शिक्षकों में इस मामले को लेकर है नाराजगी: वहीं विश्वविद्यालय में डीन पर हुए इस तरह के हमले को लेकर शिक्षकों में काफी नाराजगी है. इस तरह के मामले को लेकर शिक्षकों द्वारा विरोध जताया जा रहा है. उनका कहना है कि एक छात्र विश्वविद्यालय में कैसे ऐसी हरकत कर सकता है. डीन पर कैंपस के अंदर इस तरह से हमला बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. वहीं स्टॉफ का कहना है कि टीचर पर इस तरह से हमला शर्मनाक है. इस तरह की करतूत पर बड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. बता दें कि प्रो. जायसवाल का विरोध काफी दिनों से चल रहा है. उन पर कई तरह के आरोप लगते रहे हैं.