
नई दिल्ली : भारत गठबंधन का विरोध शुक्रवार को सभी राज्यों में जारी है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार और भारतीय पार्टियों के नेताओं ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर सांसदों के सामूहिक निलंबन के खिलाफ ‘लोकतंत्र बचाओ’ विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया.
जंतर-मंतर पर इंडिया ब्लॉक के विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के राहुल गांधी ने कहा कि 2-3 युवक संसद में घुसे और धुआं छोड़ा. इस पर बीजेपी सांसद भाग गए. इस घटना में सुरक्षा उल्लंघन का सवाल है, लेकिन एक और सवाल है. उन्होंने इस तरह से विरोध क्यों किया. इसका जवाब है देश में बेरोजगारी…
सांसदों के बड़े पैमाने पर निलंबन के खिलाफ भारत ब्लॉक के विरोध पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहास कि दुनिया में लोकतंत्र के इतिहास में, 146 सांसदों को कभी निलंबित नहीं किया गया है. लोगों को पता होना चाहिए कि लोकतंत्र खतरे में है. विरोध यह बताने के लिए है. उन्होंने कहा कि सांसदों का मानना है कि जो कुछ भी हो रहा है वह देश के भविष्य के लिए गलत है… इसका एक ही समाधान है, लोगों को इस सरकार को बदलना चाहिए और इंडिया अलायंस को सत्ता में लाना चाहिए…
सांसदों के निलंबन के खिलाफ इंडिया ब्लॉक का प्रदर्शन, कांग्रेस नेता मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा कि संसद के सदस्यों को निलंबित किया जाता है, यह लोकतंत्र नहीं है. 5 या 6 ठीक हैं लेकिन लगभग 150 सदस्यों को निलंबित करना लोकतंत्र नहीं है. यह संदेश लोगों तक पहुंचना चाहिए. अगर सभी सांसद बाहर रहेंगे तो संसद कैसे चलेगी? ऐसा कोई उल्लंघन नहीं हुआ है. एक सांसद को अपनी बात रखने का विशेषाधिकार है…
इससे पहले संसद से 146 सांसदों के निलंबन के बाद कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने गुरुवार को कहा था कि भारत गठबंधन का विरोध शुक्रवार को सभी राज्यों में प्रदर्शन करेगा. उन्होंने कहा कि विरोध करना उचित है. हम सभी दिल्ली में जंतर मंतर पर प्रदर्शन में करेंगे. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन का विरोध शुक्रवार सुबह सभी राज्यों में होगा. हम जनता को दिखाना चाहते हैं कि क्या वे इस तरह से संसद चलाएंगे. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि भाजपा विपक्ष की बात नहीं सुन रही वे लोकतंत्र को बर्बाद कर रहे हैं.
एनडी गुप्ता, संदीप पाठक, संत बलबीर सीसेवाल और संजीव अरोड़ा समेत आप सांसद आज इंडिया ब्लॉक के विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे. इससे पहले शशि थरूर ने कहा कि हमारे देश में ‘संसदीय लोकतंत्र के लिए श्रद्धांजलि’ लिखने का समय आ गया है. कांग्रेस नेता विपक्षी सांसदों के निलंबन के विरोध में संसद भवन से विजय चौक तक निलंबित सांसदों के मार्च का हिस्सा थे. 13 दिसंबर की संसद सुरक्षा उल्लंघन घटना पर विपक्षी सांसद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग कर रहे थे.
निलंबित लोकसभा सांसद थरूर ने कहा कि संदेश बहुत सरल है, संसदीय लोकतंत्र में हम ऐसी स्थिति देख रहे हैं जिसमें सरकार, जिसकी जिम्मेदारी संसद चलाने की है, अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से नहीं ले रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र ने संसदीय लोकतंत्र की परंपरा का सम्मान करने की कोई इच्छा नहीं दिखाई. थरूर ने कहा कि एक बड़ा सुरक्षा उल्लंघन हुआ है, एक मंत्री के रूप में अपने कर्तव्य को पूरा करने के बजाय, (शाह) ने न केवल सदन में उपस्थित होने से इनकार कर दिया, जो कि उनका कर्तव्य है, बल्कि बाहर जाकर प्रेस बयान जारी करके सभी बातें कही. वे बातें जो वह सदन में कह सकते थे.