कनाडा में भारतीय नागरिकों और छात्रों को “घृणा अपराधों, सांप्रदायिक हिंसा और भारत विरोधी गतिविधियों की घटनाओं में तेज वृद्धि” के मद्देनजर “उचित सावधानी बरतने और सतर्क रहने की अपील की है। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी ट्रेवल एडवायज़री के अनुसार कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियों में “तेजी से बढ़ोतरी” हुई है।
सरकार ने कहा है कि विदेश मंत्रालय ने हेट क्राइम के मामलों को और कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियों पर कनाडा के अधिकारियों के साथ बात की है। विदेश मंत्रालय और कनाडा में हमारे उच्चायोग/वाणिज्य दूतावास ने इन घटनाओं को कनाडा के अधिकारियों के साथ उठाया है और जांच और उचित कार्रवाई का अनुरोध किया है।
एक दिन पहले भारत ने कनाडा के क्षेत्र का इस्तेमाल राजनीति से प्रेरित “चरमपंथी तत्वों” द्वारा किए जाने को लेकर चिंता जताई थी। एक अलगाववादी समूह द्वारा हाल ही में आयोजित खालिस्तान जनमत संग्रह पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इसे “हास्यास्पद अभ्यास” बताया था। विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि कनाडा में घृणा अपराध, सांप्रदायिक हिंसा और भारत विरोधी गतिविधियों की घटनाओं में तेज वृद्धि हुई है। विदेश मंत्रालय और कनाडा में हमारे उच्चायोग/वाणिज्य दूतावास ने इन घटनाओं को कनाडा के अधिकारियों के समक्ष उठाया है और उनसे उक्त अपराधों की जांच करने और उचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
There has been a sharp increase in incidents of hate crimes, sectarian violence & anti-India activities in Canada. MEA & our High Commission/Consulates General in Canada have taken up these incidents with Canadian authorities & requested probe & appropriate action: MEA pic.twitter.com/UatussXqH3
— ANI (@ANI) September 23, 2022
वर्णित अपराधों की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए, भारतीय नागरिकों और कनाडा में भारत के छात्रों और यात्रा/शिक्षा के लिए कनाडा जाने वालों को सलाह दी जाती है कि वे सावधानी बरतें और सतर्क रहें। कुछ कनाडाई समूहों ने 19 सितंबर को कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में अलगाववादी कार्यक्रम में भाग लिया था। बागची ने कहा कि भारत ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा था कि कनाडा जैसे मित्र देश में “चरमपंथी तत्वों द्वारा राजनीति से प्रेरित अभ्यास” की अनुमति कैसे मिली।