
केंद्र द्वारा राज्य सरकारों को परेशान करने के आरोपों का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह संघवाद के महत्व को समझते हैं क्योंकि उन्होंने लंबे समय तक राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में भी काम किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने बार-बार “सहयोगी-प्रतिस्पर्धी संघवाद” पर जोर दिया है। हमने अपनी नीतियों में राष्ट्रीय प्रगति को ध्यान में रखा है और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को भी संबोधित किया है।
अनुच्छेद 356 के तहत आपातकालीन शक्तियों को लागू करके राज्य मशीनरी पर नियंत्रण रखने के अपने इतिहास के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये सबसे पुरानी पार्टी थी जिसने संवैधानिक प्रावधानों का सबसे अधिक दुरुपयोग किया और निर्वाचित राज्य सरकारों को अपनी इच्छा से गिरा दिया।
पीएम मोदी के भाषण के दौरान विपक्षी सांसदों ने बिजनेसमैन गौतम अडानी को लेकर नारे भी लगाए लेकिन फिर भी वो लगातार बोलते रहे। पीएम मोदी ने कहा कि इतना ही नहीं, एक प्रधानमंत्री ने अर्धशतक लगाते हुए 50 बार ‘अनुच्छेद 356’ का इस्तेमाल किया। वह नाम श्रीमती इंदिरा गांधी जी का है।
उन्होंने कांग्रेस का पक्ष लेने के लिए वामपंथी दलों पर भी निशाना साधा और उन्हें याद दिलाया कि कैसे नेहरू के नेतृत्व वाली सरकार ने केरल में लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई पहली कम्युनिस्ट सरकार को खारिज कर दिया था।