Kullu Dussehra: दशहरे के दूसरे दिन कल्चर परेड का आयोजन, 15 देशों के कलाकारों ने लिया भाग
कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर मैदान में जहां अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव मनाया जा रहा है तो वहीं, दशहरा उत्सव के दूसरे दिन कल्चर परेड का आयोजन किया गया. ढालपुर के रथ मैदान से यह कल्चर परेड शुरू की गई. जो कॉलेज गेट पर जाकर संपन्न हुई. वहीं इस कल्चर परेड में देश विदेश की संस्कृति हजारों लोगों को देखने को मिली और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी इस कल्चर परेड के कायल हुए. दशहरा उत्सव समिति के द्वारा आयोजित इस कल्चर परेड में 15 देशों के कलाकार शामिल हुए तो वहीं, बाहरी राज्यों के कलाकारों ने भी अपनी संस्कृति का बेहतरीन तरीके से प्रदर्शन किया.
इस कल्चर परेड को देखने के लिए ढालपुर में हजारों की भीड़ एकत्र हुई और पुलिस प्रशासन के द्वारा भी कानून व्यवस्था को बेहतर तरीके से संभाला गया. इस परेड को उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. तो वहीं दशहरा उत्सव की दूसरी सांस्कृतिक संध्या में भी उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री मुख्य अतिथि के रूप में शामिल रहे. इस कल्चर परेड में अमेरिका, रूस, रोमानिया, कजाकिस्तान, क्रोएशिया, वियतनाम, ताइवान, थाईलैंड, पनामा, ईरान, मालदीव, मलेशिया, केन्या, घाना और इथोपिया की संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी. वही, उड़ीसा लद्दाख किन्नर तमिलनाडु सहित अन्य राज्यों के कलाकार भी इस परेड में शामिल हुए.
इस कार्यक्रम में शामिल उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार के द्वारा अब की बार एक नए स्वरूप में अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव का आयोजन किया जा रहा है. इसके अलावा जिला कुल्लू में पर्यटन गतिविधियों को भी सरकार के द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि आपदा के बाद जिला कुल्लू में सभी गतिविधियां ठप्प हो गई थी. लेकिन अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव शुरू होने से यहां पर सभी प्रकार की गतिविधियां चल रही है और यहां का पर्यटन कारोबार बढ़ रहा है. आने वाले दिनों में भी कुल्लू के विभिन्न पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाएगा और सैलानियों की सुविधा के लिए यहां पर कई गतिविधियां भी चलाई जाएंगी.
वहीं, इस कल्चर परेड को देखकर स्थानीय लोग भी काफी खुश हुए और दशहरा उत्सव समिति के प्रयासों की सराहना की. स्थानीय लोगों का कहना है कि एक साथ 15 देश के कलाकारों ने ढालपुर में अपनी संस्कृति का प्रदर्शन किया. वहीं, बाहरी राज्यों के कलाकार भी अपनी संस्कृति का प्रदर्शन करते हुए नजर आए. दशहरा उत्सव समिति के द्वारा इस बार जो यह नया प्रयास किया गया है. वह काफी बेहतर है.