
बेंगलुरु में एक महिला के साथ हुई छेड़खानी की घटना के बाद सोशल मीडिया पर गुस्सा साफ नजर आया। लोगों ने कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए। इस घटना की वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद लोगों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के गृह मंत्री ने जो बयान दिया, उसने आग में घी डालने का काम किया। उन्होंने कहा, “बड़े शहरों में यहां-वहां ऐसी घटनाएं होती रहती हैं,” जिसे जनता ने असंवेदनशील और गैर-जिम्मेदाराना करार दिया। इस बयान को लेकर चारों ओर आलोचना हो रही है।
महिला अधिकार संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मंत्री के बयान की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि ऐसे बयान न सिर्फ महिलाओं की सुरक्षा को नजरअंदाज करते हैं, बल्कि अपराधियों को परोक्ष रूप से बढ़ावा देते हैं।
विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया है। उनका कहना है कि सरकार को महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाने चाहिए न कि ऐसे गैर-जिम्मेदाराना बयान देने चाहिए जो लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाएं।
इस पूरी घटना ने एक बार फिर ये साबित किया है कि महिलाओं की सुरक्षा आज भी एक बड़ा सवाल बना हुआ है। जब तक जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग संवेदनशील और जिम्मेदार रवैया नहीं अपनाते, तब तक ऐसे अपराधों में कमी लाना मुश्किल होगा।